इटावा: जिले के बसरेहर क्षेत्र में किसानों को नकली यूरिया खाद बेचने वाले एक शख्स को पुलिस ने धर दबोचा है. आरोपी, गुलशन उर्फ कुलदीप, टाटा कंपनी के नकली यूरिया को असली बताकर किसानों को बेच रहा था, जिससे उनकी फसलें बर्बाद हो रही थीं. पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और उसके कब्जे से बड़ी मात्रा में नकली यूरिया खाद और उसे पैक करने का सामान बरामद किया है.
इस घटना का खुलासा तब हुआ जब 12 मई, 2025 को दीपक कुमार नामक एक किसान ने बसरेहर थाने में शिकायत दर्ज कराई। दीपक ने पुलिस को बताया कि इलाके में एक व्यक्ति टाटा ब्रांड के नाम पर नकली डीएपी यूरिया खाद बेच रहा है.यह व्यक्ति नकली टाटा की बाल्टियों में खाद भरकर किसानों को सप्लाई कर रहा है, जिससे उन्हें भारी नुकसान हो रहा है। शिकायत को गंभीरता से लेते हुए, जांच अधिकारी ने तुरंत कार्रवाई की योजना बनाई.
बसरेहर पुलिस और शिकायतकर्ता दीपक कुमार की एक संयुक्त टीम ने तत्काल मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की.जांच के दौरान, पुलिस को नकली यूरिया से भरी कई बाल्टियां, खाली ढक्कन और अन्य सामग्री मिली.पुलिस ने मौके से 10 लीटर की तीन बाल्टियां, 20 लीटर की तीन बाल्टियां, बाल्टियों के 26 ढक्कन और 45 किलो का यूरिया से भरा एक बोरा बरामद किया.
चौंकाने वाली बात यह थी कि पुलिस ने मौके से 1000 लीटर यूरिया से भरी एक बड़ी टंकी भी जब्त की। प्रारंभिक जांच में ही यह स्पष्ट हो गया कि बरामद की गई सभी सामग्री नकली थी और इसे किसानों को धोखा देने के उद्देश्य से तैयार किया गया था.
पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए ग्राम टीकूपुरा, थाना बसरेहर के निवासी गुलशन उर्फ कुलदीप को गिरफ्तार कर लिया.आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी और अन्य संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर उसे जेल भेज दिया गया है.पुलिस ने इस घटना पर सख्त रुख अपनाते हुए कहा है कि किसानों को इस तरह के धोखेबाजों से बचाने के लिए हर संभव कदम उठाया जाएगा.
इस घटना के बाद, पुलिस ने स्थानीय किसानों को सतर्क रहने की सलाह दी है.उन्होंने कहा कि किसान किसी भी अनजान व्यक्ति से या बिना जांच पड़ताल किए खाद या कीटनाशक न खरीदें। हमेशा प्रमाणित दुकानों और वैध उत्पादों का ही उपयोग करें.पुलिस ने यह भी चेतावनी दी है.