Madhya Pradesh: ज्वाला जब अपने तीन शावकों के साथ हाईवे पार कर रही थी, तब एक शावक पीछे छूट गया. ज्वाला दो शावकों के साथ आगे निकल गई. हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि यह सामान्य घटना है. चीते अपनी सूंघने की क्षमता से बच्चों को ढूंढ लेते हैं.
वर्तमान में कूनो के खुले जंगलों में 15 चीते हैं। ज्वाला का एक शावक और मादा चीता धीरा बाड़े में हैं. धीरा को गर्भावस्था के कारण विशेष देखभाल के लिए बाड़े में रखा गया है, प्रशासन के अनुसार ये सभी व्यवस्थाएं उनकी प्रबंधन रणनीति का हिस्सा हैं.
शावक की हालत में सुधार, जल्द होगी वापसी
ज्वाला के जिस शावक को इलाज के लिए लाया गया है, उसकी हालत में अब सुधार हो रहा है। वरिष्ठ वन अधिकारी उत्तम कुमार शर्मा (सीसीएफ, सिंह परियोजना, कूनो) का कहना है कि “शावक अब पूरी तरह से ठीक है और जल्द ही उसे वापस जंगल में छोड़ा जाएगा वैसे भी यह शावक अब 16 माह का हो चुका है और मादा चीते इस उम्र के बाद अपने बच्चों से धीरे-धीरे अलग होने लगती हैं.