श्योपुर : जिला मुख्यालय के वीरपुर से एक मामला सामने आया है.जिसमें मारपीट से घायल हुए फरियादी की रिपोर्ट के एक दिन बाद इस फरियादी को ही आरोपी बना दिया गया है.
जानकारी के मुताबिक नितिनवास गांव निवासी दुर्गेश केवट पुत्र हरिमोहन केवट खेती किसान का काम करता है.उसका आरोप है कि 11 मई को वह अपने परिवार के साथ घर पर मौजूद था. तभी फरियादी दुर्गेश केवट के भाई राधेश्याम केवट दुर्गेश केवट के घर पहुंचा और खेत लकड़ियां जलाने की बात कहने लगा तो राधेश्याम की पत्नी और उसकी पत्नी और दो बेटे मौके पर पहुंचे.
उन्होंने दुर्गेश केवट के साथ मारपीट करना शुरू कर दिया. इस मारपीट दुर्गेश केवट लहूलुहान हो गया और उसकी पत्नी और बेटी को भी चोट आई है.घायल अवस्था में दुर्गेश केवट अपने परिवार के साथ वीरपुर थाने में पहुंचा और मामले की शिकायत दर्ज कराई पुलिस ने मारपीट का मामला दर्ज न करते हुए N.C.R.दर्ज कर मामले में खानापूर्ति कर दी.फरियादी की रिपोर्ट पुलिस ने दर्ज न करते हुए उसे ही आरोपी बनाकर राधेश्याम की रिपोर्ट पर दुर्गेश केवट और उसकी पत्नी फूलवती को आरोपी बना दिया.और मामला दर्ज कर लिया. दुर्गेश केवट और राधेश्याम केवट आपस में सगे भाई हैं.
फरियादी का आरोप पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया और मुझे भगा दिया
फरियादी दुर्गेश केवट का आरोप है कि मेरे साथ मेरे भाई राधेश्याम केवट और मेरी भाभी और उसके दो बेटों ने लाठी डंडों और कुल्हाड़ी से हमला कर मेरे साथ मारपीट कर दी.मारपीट में बह खुद घायल हो गया और उसकी पत्नी और बेटी भी जख्मी हो गई.थाने में शिकायत दर्ज करने पहुंचा तो पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया और N.C.R. की कॉपी देकर मुझे भगा दिया.
मैने मामले की शिकायत पुलिस अधीक्षक बीरेंद्र जैन से भी कर दी पर मेरी सुनवाई नहीं की और पुलिस ने मुझे और मेरी पत्नी को ही आरोपी बना दिया ये कौन सा न्याय है.दुर्गेश केवट ने गंभीर आरोप लगाए है कि उसके भाई के साले का साला वीरपुर थाने में पदस्थ है उसी ने पुलिस से सांठगांठ करके पैसों के बलबूते पर मुझे दोषी बना दिया. जबकि आरोपी पक्ष के यहां किसी भी प्रकार की कोई चोट नहीं आई है.
पुलिस ने घटना के एक दिन बाद मामला दर्ज क्यों किया
अब सवाल खड़े हो रहे हैं कि 11 मई 2025 को घटना घटित हुई और फरियादी दुर्गेश केवट ने मामले की शिकायत वीरपुर थाने में 11 मई की पहुंचकर दर्ज कराई पंरतु पुलिस ने उसी समय NCR दर्ज कर फरियादी को भगा दिया और घटना के दूसरे दिन आरोपी पक्ष के बयान के बाद पुलिस ने फरियादी को ही आरोपी बना दिया.
सवाल आखिर खड़े होना लाजिमी है आखिर पुलिस ने आखिर ऐसा क्यों किया है क्या पुलिस ने इस मामले में फरियादी का साथ सही तरीके से दिया है या फिर आरोपी को बचाने के लिए फरियादी को आरोपी बना दिया है।क्या पुलिस इसी तरह से न्याय करती है.
घटना के बाद थाना प्रभारी बोले मामले में निष्पक्ष कार्रवाई की जा रही है
इस घटना के बाद जब फरियादी वीरपुर थाने में पहुंचा तो मीडिया ने थाना प्रभारी से बातचीत की तो थाना प्रभारी ने कहा कि पारिवारिक विवाद है इसी लिए NCR दर्ज की क्योंकि पारिवारिक विवाद में कई बार समझौते जैसी स्थिति रहती है फरियादी और आरोपी आपस में सगे भाई है.अब थाना प्रभारी की भूमिका पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिर न्याय की दुहाई देने वाले थाना प्रभारी ने भी सही तरीके से न्याय नहीं किया और फरियादी को आरोपी बनाकर अपना पल्ला झाड़ लिया.
एसडीओपी बोले नियमानुसार जांच कर होगी कार्रवाई
इस संबंध में एसडीओपी राघवेंद्र सिंह तोमर का कहना है कि फरियादी ने अगर शिकायत दर्ज कराई है, तो नियमानुसार कार्रवाई की जायेगी, और फरियादी अगर पुलिस पर आरोप लगा रहा है तो उसकी भी जांच करा लेते है.पुलिस निष्पक्ष कार्रवाई ही करेगी