उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में 14 साल पहले एक कपल की शादी हुई. उनके दो बच्चे भी हुए, लेकिन अब वो अपनी ही शादी का कार्ड बांट रहे हैं. जी हां, ये सच है. कपल अपनी खुशी से यह कार्ड नहीं बांट रहा, बल्कि इसके पीछे कारण कुछ और ही है. कपल का नाम प्रदीप तिवारी और दीपिका है.
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दोनों शादी की 14वीं सालगिरह मना चुके हैं. उनकी बड़ी बेटी कामाक्षी नौंवी और छोटी हिताक्षी आठवीं कक्षा में है. लेकिन, प्रदीप और दीपिका की शादी के कार्ड अब छपवाए गए हैं. उन्हें ऐसा समान नागरिक संहिता (यूसीसी) में विवाह का रजिस्ट्रेशन कराने के लिए करना पड़ा है. दरअसल, 2010 के बाद शादी करने वाले जोड़ों को पंजीकरण के लिए सबूत के तौर पर शादी का कार्ड या शपथ पत्र देना है.
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