उत्तर प्रदेश के श्रावस्ती जिले में बगैर मान्यता व सार्वजनिक भूमि पर संचालित मदरसों पर कार्रवाई जारी है. एसडीएम जमुनहा संजय राय ने क्षेत्र के ग्राम आलागांव स्थित खलिहान की भूमि पर स्थित मदरसा दारुल उलूम गुलशने तैयबा सलारूगांव को ध्वस्त कराया. यह मदरसा बगैर मान्यता संचालित हो रहा था. इस दौरान एसडीएम ने खंड शिक्षाधिकारी जमुनहा को मदरसे के पंजीकृत छात्रों को परिषदीय विद्यालय में नामांकित कराने को कहा। इस दौरान पुलिस व राजस्व विभाग की टीम मौजूद रही.
दरअसल श्रावस्ती जनपद में कुल 297 मदरसे संचालित है इनमें से केवल 105 मदरसों के पास मान्यता है शेष 192 मदरसे बिना मान्यता के चल रहे हैं प्रशासन के अनुसार बंद किए गए मदरसों के पास कोई भी वैध दस्तावेज नहीं मिले हैं.
बीते 26 अप्रैल से शुरू हुई इस कार्रवाई में तहसील भिनगा, जमुनहा और इकौना क्षेत्र में अब तक सैकड़ो मदरसों को बंद किया गया है वहीं कई मदरसों के साथ एक ईदगाह भी ध्वस्तीकरण की कार्रवाई में शामिल है.
वही श्रावस्ती जिले के जिलाधिकारी अजय कुमार द्विवेदी का कहना है की विशेष रूप से जो नेपाल बॉर्डर एरिया है उसमें जो 0 से 10 किलोमीटर की परिधि में जितनी भी संस्थाएं हैं, उनका परीक्षण चल रहा है इसमें जो ग्राम सभा शासकीय भूमि पर निर्मित है अथवा मान्यताएं के जो मानक पूरे नहीं करते हैं उस पर नियमानुसार कार्यवाही की जा रही है.