आईपीएल 2025 के अंतिम चरण के लिए लिए टीमें अस्थायी (Temporary) रिप्लेसमेंट के लिए खिलाड़ियों को साइन कर सकती हैं, लेकिन वे खिलाड़ी अगले ऑक्शन से पहले रिटेन (Retention) नहीं किए जा सकेंगे.
आईपीएल का सीजन शनिवार (17 मई) से दोबारा शुरू होगा. इससे पहले भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव के कारण लीग को स्थगित कर दिया गया था. नई तारीखों की वजह से कुछ खिलाड़ियों का शेड्यूल टकरा गया है. हालांकि ज्यादातर विदेशी खिलाड़ी भारत लौट आए हैं, लेकिन कुछ ने टूर्नामेंट से हटने का फैसला किया है. इनमें दिल्ली कैपिटल्स के जैक फ्रेजर- मैकगर्क और चेन्नई सुपर किंग्स के जेमी ओवरटन शामिल हैं.
अब तक के नियमों के मुताबिक, टीमें किसी खिलाड़ी के बीमार या चोटिल होने की स्थिति में ही रिप्लेसमेंट साइन कर सकती थीं, वो भी सीजन के 12वें मैच तक, लेकिन अब लीग ने अपने नियमों में बदलाव किया है, जिससे टीमें पूरे बचे हुए सीजन के लिए अस्थायी रिप्लेसमेंट खिलाड़ी ले सकती हैं. वहीं आईपीएल ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि लीग के निलंबन के बाद जो भी खिलाड़ी अस्थायी रूप से टीमों में शामिल होंगे, उन्हें रिटेन नहीं किया जा सकेगा.
क्यों लाया गया आईपीएल में रिप्लेसमेंट का नियम
IPL में नियम इसलिए लाया गया है, ताकि फ्रेंचाइजी टीमें नीलामी की प्रक्रिया को चकमा देने के लिए जानबूझकर अस्थायी खिलाड़ियों को न साइन करें
आईपीएल ने एक आधिकारिक नोट में फ्रेंचाइजियों को बताया कि उन्होंने रिप्लेसमेंट से जुड़े नियमों की दोबारा समीक्षा की है. लीग ने कहा कि अगर कोई विदेशी खिलाड़ी देश की जिम्मेदारियों, निजी कारणों या फिर चोट या बीमारी के कारण उपलब्ध नहीं हो पाता, तो टूर्नामेंट के बचे हुए मैचों के लिए टीमें अस्थायी रिप्लेसमेंट ले सकती हैं.
लेकिन शर्त ये है कि अब से जो भी अस्थायी रिप्लेसमेंट खिलाड़ी साइन किए जाएंगे, उन्हें रिटेन नहीं किया जा सकता. उन्हें 2026 की आईपीएल नीलामी में रजिस्ट्रेशन कराना होगा.
तो ये खिलाड़ी हो सकते हैं रिटेन…
आईपीएल ने ये भी साफ किया कि लीग के निलंबन से पहले जो रिप्लेसमेंट साइन हुए थे, वे अगले सीजन के लिए रिटेन किए जा सकते है. निलंबन से 48 घंटे पहले चार खिलाड़ियों को रिप्लेसमेंट के रूप में साइन किया गया था. इनमें सेदिकुल्लाह अटल (दिल्ली कैपिटल्स), मयंक अग्रवाल (रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु), लुहान डिप्रीटोरियस और नांद्रे बर्गर (दोनों राजस्थान रॉयल्स) शामिल हैं.