रीवा का अटल पार्क बना अय्यासी का अड्डा प्रेमी जोड़ो की रहती है भरमार , युवाओं के भविष्य पर संकट के बादल

रीवा : शहर का प्रसिद्ध अटल पार्क  जो कभी परिवारों के सैर-सपाटे और बच्चों के खेलने-कूदने की जगह हुआ करता था, आज युवाओं के अनैतिक गतिविधियों का अड्डा बनता जा रहा है.सुबह से लेकर देर शाम तक यहां लैला मजनुओ की जोड़ियां देखी जा रही हैं

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युवाओं का जमावड़ा और भविष्य पर असर

इस पार्क में बढ़ते प्रेमी जोड़ों और अन्य संदिग्ध गतिविधियों ने शहर के संस्कार और संस्कृति पर सवाल खड़े कर दिए हैं. मध्यप्रदेश के डिप्टी सीएम राजेन्द्र शुक्ला ने रीवा बालो को बीते 2 वर्ष पहले अटल पार्क की सौगात दिए मगर अब यह पार्क युवाओं के भविष्य को अंधकार की और ले जा रहा हालांकि इस पार्क में चल रहे लैला मजनुओ अश्लीलता की फोटो इस आर्टिकल साझा करनी उचित नही है पर इस तरह के अनैतिक  कार्यो से लोग चिंतित हैं कि यह प्रवृत्ति न केवल समाज के नैतिक मूल्यों को प्रभावित कर रही है, बल्कि युवाओं के भविष्य को भी खतरे में डाल रही है.

परिवारों और बच्चों के लिए पार्क असुरक्षित

जहां एक समय में परिवार और बच्चे इस पार्क में खुले वातावरण का आनंद लेने आते थे, वहीं अब वे यहां आने से कतराते हैं.पार्क में असामाजिक तत्वों की उपस्थिति ने इसे परिवारों के लिए असुरक्षित बना दिया है.

प्रशासन की निष्क्रियता पर सवाल

स्थानीय निवासियों व बड़े बुजुर्गों  ने प्रशासन से पार्क में  निगरानी बढ़ाने की मांग मीडिया से की है  की है, वर्षो से चल रहे अनैतिक कार्यो पर अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है.असामाजिक तत्वों को बढ़ावा मिल रहा है.

समाज का दायित्व

समाज के जागरूक नागरिकों का कहना है कि इस समस्या के समाधान के लिए सभी को मिलकर काम करना होगा.युवाओं को अपने समय और ऊर्जा का उपयोग सकारात्मक गतिविधियों में करने के लिए प्रेरित करना होगा.साथ ही, प्रशासन को पार्क में अनुशासन बनाए रखने के लिए सख्त कदम उठाने चाहिए.

अटल पार्क, जो कभी रीवा शहर की पहचान हुआ करता था, अब संकट में है.इसे फिर से परिवारों और बच्चों के लिए सुरक्षित बनाने के लिए त्वरित कार्रवाई की आवश्यकता है. प्रशासन और समाज की संयुक्त पहल ही इस समस्या का स्थायी समाधान ला सकती है.

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