दमोह : जिले के रिचकुड़ी गांव में कुम्हारी से पहुंची बारात के बारातियों में मारपीट हो गई. इस विवाद में दुल्हन पक्ष के लोग भी कूद गए. विवाद इतना बढ़ गया कि दुल्हन ने शादी करने से मना कर दिया. कुछ देर बाद समझौता हुआ.कार्यक्रम दुल्हन के चढ़ावे तक पहुंच गया, लेकिन बाद में दुल्हन ने शादी करने से साफ मना कर दिया.
दूल्हे पक्ष के लोग शिकायत लेकर तेंदूखेड़ा थाना पहुंचे.बुधवार दोपहर दोनों पक्षों को थाने में बुलाकर पंचायत कराई गई और समझौता करने का प्रयास किया गया, लेकिन मामला नहीं सुलझ पाया. अब दूल्हे पक्ष के लोग चढ़ाव (ओली कार्यक्रम) में दिए गए अपने जेवर वापस मांग रहे हैं, लेकिन दुल्हन पक्ष के लोग जेवर देने को तैयार नहीं.पुलिस दुल्हन पक्ष के लोगों को समझने में जुटी है.
रिचकुड़ी गांव के आदिवासी परिवार में जिले कुम्हारी से बारात आई थी, लेकिन वरमाला के बाद बारातियों में विवाद हो गया। गुस्साए दुल्हन पक्ष के लोगों ने बारातियों से मारपीट कर दी, जिसमें दूल्हे का दोस्त नारायण यादव भी घायल हो गया.
दूल्हा शुभम आदिवासी के दादा बेनी आदिवासी ने बताया कि शांतिपूर्ण तरीके से बारात लाई गई. भोजन हुआ.उसके बाद जयमाला हुई, लेकिन तभी किसी बात पर दोनों पक्षों में विवाद हो गया और नौबत मारपीट तक पहुंच गई. अब दुल्हन शादी से मना कर रही है.
थाना प्रभारी नितेश जैन ने दुल्हन पक्ष के लोगों को भी थाने बुलाया और उनके बीच समझौता करने के लिए पंचायत कराई, लेकिन बात नहीं बनी.थाना प्रभारी नितेश जैन ने बताया कि दुल्हन पक्ष के लोगों को जेवर वापस करने के लिए समझाइश दी गई है.दोनों पक्ष किसी तरह की कार्रवाई नहीं चाहते हैं, इसलिए मामला दर्ज नहीं किया गया है.
थाना प्रभारी ने कहा की दुल्हन पक्ष के लोगों से कहा है कि वह सहमति बनाकर दूल्हे पक्ष के जेवर वापस कर दे.उन्होंने इस पर सहमति जताई है.कल गुरुवार तक वह जेवर वापस कर देंगे.