मेक्सिको की राष्ट्रपति क्लाउडिया शिनबाम ने गुरुवार को कहा कि सिक्योरिटी कैबिनेट ब्यूटी इंफ्लुएंसर मर्डर केस की जांच कर रही है. उसकी हत्या उस समय की गई जब वह टिकटॉक पर एक वीडियो का लाइवस्ट्रीम कर रही थी. अधिकारियों का कहना है कि 23 वर्षीय वेलेरिया मार्केज की मौत की जांच एक संभावित ‘फेमीसाइड’ (femicide) के रूप में की जा रही है, जिसका मतलब होता है कि किसी पुरुष द्वारा लिंग के आधार पर महिला या लड़की की हत्या करना.
इस निर्मम हत्या ने मेक्सिको में खलबली मचा दी है, जहां महिलाओं के खिलाफ हिंसा का स्तर पहले से ही काफी अधिक है. राष्ट्रपति शीनबाम ने अपनी नियमित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘इस स्थिति के लिए जिम्मेदार लोगों और इसके पीछे के मकसद का पता लगाने के लिए जांच चल रही है. हमारी एकजुटता वेलेरिया मार्केज के परिवार के साथ है.’ मार्केज की 13 मई को जैपोपन शहर में ब्यूटी सैलून में हत्या कर दी गई, जहां वह काम करती थी. एक व्यक्ति ने सैलून में घुसकर उसे गोली मार दी.
घटना से कुछ सेकंड पहले, मार्केज को अपने TikTok अकाउंट से लाइवस्ट्रीम करते देखा गया था, जिसमें वह एक टेबल पर बैठी हुई है और हाथों में सॉफ्ट टॉय पकड़ा है. लाइवस्ट्रीम के दौरान उसे यह कहते हुए सुना गया, ‘वे आ रहे हैं’, जिसके बाद बैकग्राउंड में एक आवाज आती है- ‘हे, वेले?’ मार्केज ने लाइव स्ट्रीम पर साउंड को म्यूट करने से ठीक पहले बैकग्राउंड में आ रही आवाज को ‘हां’ में उत्तर दिया. कुछ ही देर बाद उसे गोली मार दी गई. एक व्यक्ति उसका फोन उठाता हुआ दिखाई दिया, जिसका चेहरा वीडियो खत्म होने से पहले लाइवस्ट्रीम पर कुछ देर के लिए दिखा.
पैरामेडिक्स टीम ने पुष्टि की कि वेलेरिया मार्केज की मौत सिर और छाती में गोली लगने से हुई. इंस्टाग्राम और टिकटॉक पर करीब 200,000 फॉलोअर्स वाली मार्केज ने लाइवस्ट्रीम पर कहा था कि जब वह सैलून में नहीं थीं, तब कोई व्यक्ति उसे एक महंगा उपहार देने आया था. मार्केज, चिंतित दिख रही थी, और उसने कहा कि वह उस व्यक्ति के लौटने का इंतजार कर रही है. मेक्सिकन अधिकारियों के अनुसार, मार्केज की हत्या लिंग आधारित हिंसा का एक गंभीर मामला हो सकता है, जिसकी जांच इसी आधार पर की जा रही है. बता दें कि लैटिन अमेरिका में लिंग आधारित हिंसा बहुत आम बात है, जहां एक महिला पर उसके लिंग के कारण हमला किया जाता है.