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Rajasthan: आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि अगर आप अपने चाहने वाले के हक में विरोध करें ओर उस समय उसी जगह पर वही ना हो तो आपको कैसा महसूस होगा आइए आपको बताते है ऐसी ही विरोध की दास्तां भीलवाड़ा जिले के जहाजपुर में कांग्रेस पार्टी द्वारा दो कांग्रेस समर्थित सरपंचों के निलंबन के विरोध में जोरदार प्रदर्शन किया गया, लेकिन हैरानी की बात यह रही कि जिन सरपंचों के समर्थन में यह प्रदर्शन किया गया, वे खुद ना तो प्रदर्शन में शामिल हुईं और ना ही मौके पर पहुंचीं.
ग्राम पंचायत बेई की सरपंच फोरी देवी मीणा और पंडेर की सरपंच ममता जाट को राज्य सरकार द्वारा हाल ही में निलंबित कर दिया गया था. इसी के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नगर में रैली निकाली और उपखंड कार्यालय पहुंचकर स्थानीय विधायक गोपीचंद मीणा का पुतला फूंका.
प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि सरपंचों का निलंबन राजनीति से प्रेरित और द्वेषपूर्ण है. उन्होंने सरकार से मांग की कि यह निर्णय तत्काल प्रभाव से वापस लिया जाए, अन्यथा विरोध को और उग्र किया जाएगा.
हालांकि, प्रदर्शन में दोनों निलंबित सरपंचों की गैरमौजूदगी को लेकर कई सवाल भी खड़े हुए. स्थानीय लोगों ने इसे लेकर हैरानी जताई और कहा कि जिनके समर्थन में इतना बड़ा प्रदर्शन किया गया, उनका न आना प्रदर्शन की गंभीरता को कम करता है.
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