बिहार समस्तीपुर : क्षत्रिय धर्म का पालन करना, राजपूतों का पुनीत कर्तव्य हैं.क्षत्रिय धर्म त्याग, बलिदान, वीरता,एवं शौर्य का प्रतीक है. क्षत्रिय धर्म का पालन करना तलवार की धार पर चलने के समान है. उक्त बाते पूर्व सांसद आनंद मोहन ने समस्तीपुर जिले के सिंघिया प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत कुंडल गांव स्थित उच्च विद्यालय के प्रांगण में आयोजित एक महथी सभा में व्यक्त किया. दरभंगा में 27 मई को स्वर्गीय सूरज नारायण सिंह के स्मृति सभा को सफल बनाने के आह्वान के साथ आनंद मोहन ने सूरज बाबु के कृतित्व एवं व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला.
महान स्वतंत्रा सेनानी को याद करते हुए वक्ताऔ ने सूरज बाबु के त्याग और बलिदान को याद किया.कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रखंड मुखिया संघ के अध्यक्ष चंद्रमणि सिंह ने किया जबकि मंच संचालन नीरज कुमार सिंह “गवास्कर” ने किया.
कार्यक्रम को संबोधित करने वाले लोगों में बलबीर सिंह, जगजीत सिंह, डॉ जवाहर प्रसाद सिंह, मुद्रिका बाबु, डॉ मदन सिंह, मोहन सिंह, पूर्व मंत्री बीरेन्द्र कुशवाहा, ठाकुर उदय शंकर सिंह, सुभाष प्रसाद सिंह, मुकेश जी,समेत कई अन्य लोग थे!आनंद मोहन का भव्य स्वागत ढोल बाजे एवं नगारों के साथ फ्रेंड्स आफ़ आनंद के युवकों ने “आनंद तू संघर्ष करो हम तुम्हारे साथ हैं “आनंद मोहन जिन्दाबाद शेरे बिहार जिंदाबाद जैसे नारों से माहौल को गर्म किये हुए थे.