Uttar Pradesh: गोंडा जिले के डेहरास क्षेत्र के आहेट गांव में दर्दनाक हादसा हुआ जब मिट्टी खुदाई से बने गड्ढे में नहाने गए चार बच्चों में से तीन की डूबने से मौत हो गई. मरने वालों में दो चचेरे भाई और एक पड़ोसी बच्चा शामिल है. एक साथ तीन बच्चों की मौत से गांव में मातम पसरा हुआ है और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.
जानलेवा गड्ढे में समा गई तीन मासूम जिंदगियां
रविवार दोपहर गांव के ही 10 वर्षीय राज, उसका चचेरा भाई राजन और 9 वर्षीय राजबाबू निगम अपने दोस्त आकाश के साथ पास के गड्ढे में नहाने गए थे। नहाने के दौरान राज, राजन और राजबाबू गहराई में जाकर डूब गए। आकाश किसी तरह बचकर भागा और परिजनों को सूचना दी। गांव वालों और पुलिस ने मिलकर करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद तीनों के शव बाहर निकाले.
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बच्चों की पहचान और पारिवारिक स्थिति
राज और राजन आपस में चचेरे भाई थे और गांव के ही प्राइमरी स्कूल में कक्षा 5 के छात्र थे। दोनों अपने-अपने परिवार में सबसे छोटे थे। राजन के पिता की चार साल पहले बीमारी से मौत हो चुकी है। वहीं, राजबाबू कक्षा 4 का छात्र था और वह भी चार भाइयों में सबसे छोटा था। उसके पिता का भी पांच साल पहले निधन हो गया था.
सुरक्षा में लापरवाही बनी हादसे की वजह
गांव के पास खाली पड़ी भूमि से मिट्टी निकाले जाने के बाद वहां गहरा गड्ढा बन गया था, जिसमें दो दिन पहले नहर का पानी भर गया था। हालांकि, बच्चों की सुरक्षा के लिए वहां कोई बाड़ या चेतावनी चिन्ह नहीं लगाया गया था। इस लापरवाही ने तीन मासूमों की जान ले ली.
गांव में पसरा मातम, लोगों में आक्रोश
घटना के वक्त घर की महिलाएं घरेलू कामों में व्यस्त थीं, जबकि पुरुष मजदूरी के लिए बाहर गए हुए थे। इसी बीच बच्चों ने मौका पाकर गड्ढे में नहाने की योजना बना ली। हादसे के बाद से पूरे गांव में मातम का माहौल है और लोग प्रशासन की लापरवाही पर नाराज हैं.
स्थानीय प्रशासन पर उठे सवाल
ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि अगर गड्ढे के आसपास सुरक्षा इंतजाम किए गए होते तो यह दर्दनाक हादसा टल सकता था। अब ग्रामीण प्रशासन से दोषियों के खिलाफ कार्रवाई और पीड़ित परिवारों को मुआवजा देने की मांग कर रहे हैं.