प्रदेश के मुखिया विष्णुदेव साय जनता तक पहुंचकर उनकी समस्याओं का समाधान कर रहे हैं। सोमवार को मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर गौरेला-पेंड्रा-मरवाही के जिले के नेवसा गांव में पहुंची। जहां पर हेलीकॉप्टर को देखकर वहां के ग्रामीणों ने चौपाल लगा ली। मुख्यमंत्री को सामने पाकर ग्रामीणों ने पेय जल संकट की समस्या होना बताया इस पर पीचई विभाग के सब इंजीनियर नारायण सिंह कंवर को चौपाल के बीच फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि या तो इमानदारी से काम करो या निलंबन के लिए तैयार हो रहो। यह सरकार का काम है कोई मजाक नहीं है। इसके बाद उन्होंने गेट आउट कह दिया।
बता दें, प्रदेश में सुशासन तिहार के अंतर्गत तीसरे चरण के तहत मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय जनता से सीधे संवाद करने के लिए पहुंच रहे हैं। सोमवार को मुख्यमंत्री सीधा संवाद करने के लिए गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले के ग्राम नेवसा में हेलीकॉप्टर को उतारा और वहां ग्रामीणों से संवाद शुरू किया।
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
इस पर उन्होंने ग्रामीणों से सरकार की योजनाओं के विषय में प्रतिक्रिया मांगी। इस पर ग्रामीणों ने कई समस्याओं के विषय में मुख्यमंत्री को बताया। इसमें सबसे महत्वपूर्ण समस्या जल संकट को बताया।
नल जल योजना के बाद भी संकट
ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को बताया गांव में कुल 27 हैंडपंप है। इनमें से कई हैंडपंप तो काफी समय से खराब पड़े है इसी वजह से घरों तक पानी नहीं पहुंच पा रहा है। इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री ने पीएचई के जिम्मेदार अधिकारी को वहां बुलाया।
उन्होनें कहा कि प्रधानमंत्री की यह महत्वपूर्ण योजना है। जिसका उद्देश्य हर घर तक स्वच्छ जल पहुंचाना है। इस योजना को हल्के में न लिया जाए। इसके बाद उन्होंने सब इंजीनियर से कहा कि काम करो नहीं तो निलंबन के लिए तैयार रहो।