आतंकियों के खिलाफ भारतीय सेना के ऑपरेशन ‘सिंदूर’ को लेकर पाकिस्तान को जानकारी दिए जाने की बातों पर विवाद बढ़ रहा है. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपने एक बयान में कहा था, “ऑपरेशन की शुरुआत में पाकिस्तान को संदेश भेजा गया.” उनके इस बयान पर लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी दो दिनों से सवाल उठा रहे हैं, और इस मामले को “अपराध” बता रहे हैं. अब संसदीय समिति की बैठक में भी इस मुद्दे पर चर्चा की गई.
सूत्रों के मुताबिक, संसद की विदेश मंत्रालय से संबंधित समिति में चर्चा के दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर के बयान की भी चर्चा की गई. मसलन, कांग्रेस सांसद और LoP राहुल गांधी द्वारा किए गए एक्स पोस्ट पर भी सवाल-जवाब हुए, जिन्होंने इस पर प्रतिक्रिया दी और कहा कि विदेश मंत्री के बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया जा रहा है.
सूत्रो के मुताबिक, विदेश सचिव ने कहा कि जयशंकर का बयान संदर्भ से हटकर पेश किया गया. हकीकत यह है कि भारत ने सटीक हमलों के शुरुआती चरण के बाद पाकिस्तान को इस बारे में जानकारी दी थी. सूत्रो ने बताया कि विदेश सचिव ने समिति के सामने ये भी कहा कि सीजफायर में अमेरिका का कोई रोल नहीं है.
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने क्या कहा था?
विदेश मंत्री जयशंकर को एक वीडियो क्लिप में यह कहते सुना जा सकता है, “ऑपरेशन की शुरुआत में हमने पाकिस्तान को संदेश भेजा, और हमने बताया कि हम आतंकी ठिकानों पर स्ट्राइक कर रहे हैं, और सैन्य ठिकानों को निशाना नहीं बना रहे हैं, लेकिन उन्होंने इस अच्छी सलाह को ना स्वीकार करना चुना.” सांसद राहुल गांधी ने उनका ये वीडियो क्लिप अपने एक्स पोस्ट पर पिन कर दिया है, जिसमें उन्होंने दो सवालों के साथ विदेश मंत्री के बयान को “क्राइम” बताया है.
सांसद राहुल गांधी के विदेश मंत्री और सरकार से सवाल…
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने सोमवार को एक अन्य पोस्ट किया और अपने पुराने पोस्ट को शेयर करते हुए लिखा, “विदेश मंत्री जयशंकर की चुप्पी सिर्फ बता नहीं रही है – यह निंदनीय है. इसलिए मैं फिर से पूछूंगा: हमने कितने भारतीय विमान खो दिए क्योंकि पाकिस्तान को पता था? यह कोई चूक नहीं थी. यह एक अपराध था. और देश को सच्चाई जानने का हक है.”
राहुल गांधी ने अपने पहले के पोस्ट में दो सवाल किए थे और लिखा था, “हमारे हमले की शुरुआत में पाकिस्तान को जानकारी देना एक अपराध था. विदेश मंत्री ने सार्वजनिक रूप से स्वीकार किया है कि भारत सरकार ने ऐसा किया. 1. इसे किसने अधिकृत किया? 2. इसकी वजह से हमारी वायुसेना ने कितने विमान खो दिए?”