बिहार में भले ही साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, लेकिन तमाम राजनीतिक दलों ने अभी से ही अपनी तैयारी और कार्यकर्ताओं से मुलाकात का दौरान शुरू कर दिया है. इसी कड़ी में बेतिया में कांग्रेस के लिए एक अप्रत्याशित और असहज स्थिति उत्पन्न हो गई .किशनगंज से कांग्रेस सांसद और बिहार चुनाव कैम्पेन कमिटी के सदस्य डॉ. मोहम्मद जावेद के स्वागत के दौरान एक बड़ी चूक हो गई. जो अब सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के रूप में पार्टी के लिए सिरदर्द बनती जा रही है.
सोमवार को डॉ. जावेद कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक के लिए बेतिया स्थित केदार आश्रम पहुंचे थे. कार्यक्रम की अध्यक्षता कांग्रेस जिलाध्यक्ष प्रमोद पटेल ने की . मंच पर कांग्रेस महिला नेत्री सुधा मिश्रा ने परंपरागत स्वागत करते हुए सांसद को शॉल और टोपी पहनाई, लेकिन टोपी पर मौजूद भारतीय जनता पार्टी का चुनाव चिन्ह कमल देख सब चौंक गए.
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
कुछ ही पलों में मंच पर मौजूद नेताओं और कार्यकर्ताओं की नजर टोपी पर गई .और असहजता का माहौल बन गया. खुद सांसद जावेद को भी पहले यह बात समझ नहीं आई . लेकिन जैसे ही उन्होंने टोपी पर नजर डाली. वह भी हैरान रह गए. तत्परता दिखाते हुए कार्यकर्ताओं ने तुरंत टोपी को हटाया और स्थिति को संभालने की कोशिश की.
सोशल मीडिया पर वीडियो हो रहा वायरल
इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो वहां मौजूद मीडिया कर्मियों ने रिकॉर्ड कर लिया. जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. लोग कांग्रेस की तैयारियों और कार्यकर्ताओं की सतर्कता पर सवाल उठा रहे हैं. वहीं विपक्ष को भी कांग्रेस को घेरने का एक मौका मिल गया है.
हालांकि यह घटना मानवीय भूल बताई जा रही है, लेकिन इसका राजनीतिक असर पड़ना तय माना जा रहा है. वहीं, डॉ. जावेद ने बैठक के दौरान कार्यकर्ताओं से एकजुट होकर पार्टी की मजबूती के लिए कार्य करने और आगामी विधानसभा चुनाव में सक्रिय भूमिका निभाने की अपील की. राजनीतिक गलियारों में यह कमल छाप टोपी कांड अब चर्चा का विषय बन गया है और आने वाले दिनों में इसके राजनीतिक मायने गहराई से देखेजाएंगे.