उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में जमीयत दावातुल मुस्लिमीन के संरक्षक व देवबंदी उलेमा मौलाना क़ारी इसहाक़ गोरा का एक बयान सोशल मीडिया पर वायरल है. मौलाना के मुताबिक, शरीर पर टैटू गुदवाना हराम है.कारी इसहाक गोरा ने कहा कि आजकल हमारे समाज में ख़ास तौर पर लड़के ही नहीं, बल्कि लड़कियां भी शरीर पर टैटू (Tattoo) गुदवाने को फ़ैशन और तहज़ीब समझ रही हैं. हैरत की बात यह है कि न सिर्फ़ यह आम होता जा रहा है, बल्कि लोग इसे बुरा भी नहीं समझते, उल्टा इसे एक स्टेटस सिंबल मानने लगे हैं.
क़ारी गोरा ने कहा कि मुसलमान होने के नाते हमें याद रखना चाहिए कि इस्लाम में जिस्म पर टैटू गुदवाने की कोई इजाज़त नहीं है. यह अमल शरीअत की नज़र में हराम और नापसंदीदा है, क्योंकि यह अल्लाह की बनाई हुई फ़ितरी सूरत में तब्दीली करने जैसा है, जिसे क़ुरआन और हदीस में साफ़ तौर पर मना किया गया है.
जिन्होंने पहले से टैटू करवाया, वो हटवा लें
उन्होंने हदीस का हवाला देते हुए कहा कि हज़रत नबी करीम सा ने उन लोगों पर लानत फ़रमाई है जो जिस्म में नक़्श व निगार बनवाते हैं और अल्लाह की बनाई सूरत को बदलते हैं. उन्होंने कहा की जिन लोगों ने पहले से टैटू गुदवाए हैं, उन्हें फ़ौरन तौबा करनी चाहिए और जहां मुमकिन हो, उस टैटू को हटवाना चाहिए. और जो लोग यह इरादा रखते हैं कि आने वाले वक़्त में टैटू बनवाएँगे, उन्हें चाहिए कि इस इरादे से बाज़ आएं.
DJ बजाना शरीयत के खिलाफ
कारी इसहाक गोरा ने मुस्लिम समाज के युवाओं में बढ़ती शराब की लत, शादी ब्याह में DJ बजाने को भी शरीयत के खिलाफ बताया है. कारी इसहाक गोरा से एक सवाल पूछा गया कि क्या मुस्लिम समाज के लोग बैंक में नौकरी कर सकते हैं. इसपर जवाब देते हुए कारी इसहाक गोरा ने कहा कि इस्लाम में ब्याज के लेन देन पर मनाही है और बैंक का सारा पैसा ब्याज के लेन देन से ही आता है और शरीयत में ब्याज लेना देना दोनों ही हराम है. कारी इसहाक गोरा कहते हैं कि बैंक की नौकरी को लेकर दारुल उलूम से पहले भी फतवा जारी किया गया था.