महाराष्ट्र के लातूर जिले में सरकारी महिला पॉलिटेक्निक संस्थान की 17 साल की छात्रा ने मंगलवार दोपहर आत्महत्या कर ली. पुलिस ने बताया कि सरकारी आवासीय महिला पॉलिटेक्निक में कंप्यूटर इंजीनियरिंग में प्रथम वर्ष की डिप्लोमा छात्रा थी और नांदेड़ जिले के मंग्याल गांव की रहने वाली थी. उसने अपनी परीक्षा के आखिरी दिन कॉलेज के छात्रावास में फांसी लगा ली. पुलिस के अनुसार, चालू सेमेस्टर की आखिरी परीक्षा दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक होनी थी. लेकिन वह परीक्षा के दौरान ही 3 बजे होस्टल लौट आई और अपने कमरे में दुपट्टे से फांसी लगा ली.
घटना का पता तब चला जब परीक्षा के बाद अन्य लड़कियां छात्रावास लौटीं. उन्होंने बार-बार उसके कमरे का दरवाजा खटखटाया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. जब उन्होंने खिड़की से झांका, तो उन्होंने उसे फंदे से लटका हुआ पाया. आनन फानन में पुलिस को बुलाया गया.
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— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए लातूर के सरकारी अस्पताल भेज दिया. हालांकि शुरुआती जांच में मालूम पड़ा है कि परीक्षा के तनाव के चलते लड़की ने ये कदम उठाया है , लेकिन पुलिस ने अन्य कारणों से इनकार नहीं किया है.
पुलिस ने कहा कि उसके माता-पिता के बयान और आगे की जांच के बाद एक स्पष्ट तस्वीर सामने आने की उम्मीद है. कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य सूर्यकांत राठौड़ ने बताया कि ‘कॉलेज के कर्मचारियों ने मुझे छात्रावास के कमरे में छात्रा द्वारा आत्महत्या करने की सूचना दी. मैं वर्तमान में बेंगलुरु में हूँ. उसके पास पहले सेमेस्टर के कुछ विषय लंबित थे और वह वर्तमान में अपने दूसरे सेमेस्टर की परीक्षा दे रही थी’
उसके शैक्षणिक रिकॉर्ड के अनुसार, मृतक एक मेधावी छात्रा थी, जिसने अपनी कक्षा 10 की बोर्ड परीक्षा में 96 प्रतिशत अंक प्राप्त किए थे. अपने शैक्षणिक प्रदर्शन के आधार पर, उसने कॉलेज में कंप्यूटर इंजीनियरिंग डिप्लोमा कोर्स में प्रवेश प्राप्त किया था. किशोरी का दुखी परिवार देर शाम लातूर पहुंचा.