“अमित शाह का पहला राम मंदिर आगमन संभव, भव्य प्राण प्रतिष्ठा समारोह में गूंजेगा ‘जय श्रीराम’”

अयोध्या : एक बार फिर धार्मिक आस्था और भव्यता के ऐतिहासिक संगम का साक्षी बनने जा रहा है.श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा आयोजित किए जा रहे द्वितीय सामूहिक प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियां जोरों पर हैं.यह समारोह न केवल धार्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है, बल्कि इसमें देश के शीर्ष गणमान्य व्यक्तियों की संभावित उपस्थिति इसे और भी भव्य बनाने जा रही है.

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सबसे अहम बात यह है कि इस आयोजन में देश के गृह मंत्री अमित शाह के सम्मिलित होने की प्रबल संभावना जताई जा रही है। यह पहली बार होगा जब अमित शाह भव्य राम मंदिर में श्रीरामलला के दर्शन के लिए आएंगे.श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने उन्हें औपचारिक रूप से आमंत्रण भेजने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी है.

क्यों है यह आयोजन खास?

5 जून 2025 को आयोजित होने जा रहा यह आयोजन 14 मंदिरों में देव-प्रतिमाओं और ऋषि-प्रतिमाओं की सामूहिक प्राण प्रतिष्ठा के लिए आयोजित किया जा रहा है। यह भव्य आयोजन तीन दिन तक—3 से 5 जून तक—चलेगा। मंदिर परिसर में राम दरबार, देवी-देवताओं के पूरक मंदिर, सप्तर्षियों के मंदिर और लक्ष्मण जी के मंदिर की प्रतिमाओं की प्रतिष्ठा विधिपूर्वक की जाएगी.

विशेष बात यह है कि राम दरबार की मूर्तियों को राम मंदिर के प्रथम तल पर स्थापित किया जाएगा, जबकि शेष मंदिरों में प्रतिमाएं पहले से स्थापित हो चुकी हैं। इनमें शिवलिंग, देवी-देवताओं की मूर्तियां, सप्तर्षियों की मूर्तियां और शेषावतार लक्ष्मण जी की मूर्ति शामिल हैं.

अमित शाह का पहला भव्य मंदिर दौरा?

राम मंदिर निर्माण की यात्रा में कई ऐतिहासिक क्षण आए, जिनमें से कुछ में गृह मंत्री अमित शाह की उपस्थिति नहीं हो पाई।

  • 5 अगस्त 2020 को जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूमि पूजन किया था, तब अमित शाह शामिल नहीं हो सके थे।
  • 22 जनवरी 2024 को जब श्रीरामलला का प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम प्रधानमंत्री मोदी की अगुवाई में हुआ, तब भी अमित शाह उपस्थित नहीं थे। उस समय वे दिल्ली के लक्ष्मी नारायण बिड़ला मंदिर में लाइव प्रसारण के माध्यम से इस आयोजन से जुड़े।

लेकिन अब जब भव्य राम मंदिर अपने भौतिक स्वरूप में पूर्ण हो चुका है और आस्था का केंद्र बन चुका है, तो यह संभावना जताई जा रही है कि गृह मंत्री का यह पहला आगमन अयोध्या में एक ऐतिहासिक क्षण बन सकता है.

परिवार पहले कर चुका है दर्शन

इस वर्ष प्रयागराज महाकुंभ के दौरान अमित शाह की पत्नी सोनल शाह, उनके पुत्र जय शाह और पुत्रवधू रिशिता पटेल ने अयोध्या आकर श्रीरामलला के दर्शन किए थे। इसके बाद वे प्रयागराज और काशी भी गई थीं। ऐसे में अब अगर अमित शाह स्वयं इस आयोजन में सम्मिलित होते हैं, तो यह उनके लिए व्यक्तिगत और धार्मिक दोनों ही दृष्टियों से अत्यंत महत्वपूर्ण क्षण होगा।

आयोजन की तैयारी जोरों पर

श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय दो दिन में प्रेसवार्ता कर आयोजन से संबंधित विस्तृत जानकारी साझा करेंगे। ट्रस्ट के पदाधिकारी देशभर से आचार्यों, संतों और वेदाचार्यों को आमंत्रित कर रहे हैं। साथ ही, देश के प्रमुख राजनीतिक, सामाजिक और सांस्कृतिक हस्तियों को भी आमंत्रण पत्र भेजा जा रहा है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति तो तय मानी जा रही है, वहीं अमित शाह की उपस्थिति से आयोजन में केंद्रीय महत्व भी जुड़ जाएगा। ट्रस्ट सूत्रों के अनुसार, गृह मंत्री की ओर से स्वयं इस आयोजन में शामिल होने की इच्छा जताई गई है।

क्या है प्राण प्रतिष्ठा?

प्राण प्रतिष्ठा एक अत्यंत पवित्र धार्मिक अनुष्ठान है जिसमें किसी मूर्ति या प्रतीक में देवता की दिव्य उपस्थिति की स्थापना की जाती है। इसे वैदिक मंत्रों और विशिष्ट विधानों के माध्यम से सम्पन्न किया जाता है। रामजन्मभूमि परिसर में यह द्वितीय प्राण प्रतिष्ठा समारोह होगा, जो पूर्ण धार्मिक अनुशासन और वैदिक परंपरा के अनुरूप किया जाएगा।

सोशल मीडिया पर उत्साह चरम पर

जैसे-जैसे आयोजन की तिथि नजदीक आ रही है, सोशल मीडिया पर इसको लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। हैशटैग्स जैसे #RamMandir2025, #AmitShahInAyodhya, #PranPratishthaMahotsav ट्रेंड कर रहे हैं। लोग इस आयोजन को लेकर न केवल उत्सुक हैं, बल्कि देश के विभिन्न हिस्सों से अयोध्या आने की तैयारी कर रहे हैं।

धार्मिक श्रद्धालुओं के अलावा राजनैतिक विश्लेषकों की भी इस आयोजन पर नजर बनी हुई है क्योंकि यह 2024 में राम मंदिर उद्घाटन के बाद पहली बार है जब इतनी बड़ी संख्या में मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा एक साथ होने जा रही है।

अयोध्या एक बार फिर राम नाम के जयघोष से गूंजने वाला है। 3 से 5 जून के बीच होने जा रहे इस अलौकिक और ऐतिहासिक प्राण प्रतिष्ठा समारोह में देश के शीर्ष नेता, साधु-संत और आम श्रद्धालु सम्मिलित होंगे। अगर गृह मंत्री अमित शाह इस आयोजन में आते हैं, तो यह उनका भव्य राम मंदिर में पहला आधिकारिक आगमन होगा और यह आयोजन निश्चित ही राष्ट्रीय स्तर पर और भी खास बन जाएगा।

“जय श्रीराम” के उद्घोष के साथ अयोध्या एक नई धार्मिक ऊर्जा से भरने को तैयार है!

 

 

 

 

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