Suzuki: सुजुकी मोटरसाइकिल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (SMIPL) भारत में अपना दूसरा मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाने जा रही है. यह हरियाणा के खरखौदा में इंडस्ट्रियल मॉडल टाउनशिप (IMT) में बनकर तैयार होगा. कंपनी ने अपनी प्रोडक्शन कैपेसिटी को बढ़ाने के लिए यह फैसला लिया है. इससे इलाके के आर्थिक विकास को भी मजबूती मिलेगी.
प्लांट में 1,200 करोड़ का होगा निवेश
प्लांट को बनाने में करीब 1,200 करोड़ रुपये खर्च होंगे. इसके 2027 तक बनकर तैयार हो जाने की उम्मीद है. पहले चरण में सालाना 750,000 यूनिट्स के प्रोडक्शन का लक्ष्य रखा गया है. 100 एकड़ में फैले इस प्लांट में 25 एकड़ का इस्तेमाल मैन्युफैक्चरिंग प्लांट के लिए होगा और बाकी की जमीन पर पेड़-पौधे उगाए जाएंगे. यानी कि इससे रोजगार के अवसर तो पैदा होंगे ही, साथ में पर्यावरण के लिए भी यह अच्छा होगा.
प्लांट को शुरू करने का SMIPL का मकसद
SMIPL का मकसद भारत में अपने प्रोडक्ट्स की बढ़ती मांग को पूरा करना, स्थानीय स्तर पर विकास को बढ़ावा देना और बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार मुहैया कराना है. शिलान्यास समारोह में जापान की सुजुकी मोटर कॉरपोरेशन के कई बड़े अधिकारी शामिल हुए. इनमें SMIPL के मैनेजिंग डायरेक्टर केनिची उमेदा भी शामिल रहे. इसके अलावा, मौके पर सोनीपत के डिप्टी कमिश्नर डॉ. मनोज कुमार और भारत में जापानी दूतावास के अर्थशास्त्र मंत्री क्योको होकुगो जैसे अधिकारी भी मौजूद थे.
प्लांट के क्या हैं फायदे?
एक बार इस प्लांट के शुरू हो जाने पर करीब 2,000 नौकरियां पैदा होंगी. देश के सुजुकी की सप्लाई चेन और कस्टमर सर्विस में सुधार आने की उम्मीद है. इस यूनिट में लीन मैन्युफैक्चरिंग टेक्नीक का इस्तेमाल किया जाएगा, जो बिजनेस में लागत को कम और दक्षता में सुधार करने में मदद करता है. इसमें सप्लायर्स और ग्राहकों की मांग का सटीक अनुमान लगाकर उसी अनुपात में उत्पादन किया जाता है, जिससे Waste कम होता है.