बिलासपुर समाधान-शिविर में लोगों का हंगामा, शिकायतों की सुनवाई नहीं होने पर हवा में उड़ाए दस्तावेज; लापरवाह अफसरों पर भड़के विधायक

छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में जिले में आयोजित समाधान शिविर में बवाल हो गया। शिकायतों का निराकरण नहीं करने से नाराज लोगों ने शिविर में अफसरों पर नाराजगी जताई। साथ ही आवेदन पत्रों को स्टेज से नीचे फेंक दिया। मामला मस्तूरी विधानसभा के पचपेड़ी का है।

Advertisement

इस विवाद और हंगामे का वीडियो भी सामने आया है, जो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। दूसरी तरफ बेलतरा विधानसभा के ग्राम पंचायत मदनपुर में आयोजित समाधान शिविर में विधायक सुशांत शुक्ला अधिकारियों पर भड़क गए। उन्होंने दो टूक कहा कि शिविर केवल औपचारिकता नहीं। इसमें जनसमस्याओं का वास्तविक समाधान भी करना है।

दरअसल, प्रदेश भर में राज्य सरकार सुशासन तिहार मना रही है। इसके माध्यम से पहले चरण में गांव-गांव में शिविर लगाकर लोगों से आवेदनपत्र लिया गया, जिसके बाद दूसरे चरण में अब शिकायतों का निराकरण करने के लिए समाधान शिविर का आयोजन किया जा रहा है। इसी के तहत मस्तूरी विधानसभा के पचपेड़ी में समाधान शिविर का आयोजन किया गया था।

समस्याओं का निराकरण नहीं होने पर भड़के लोग

गुरुवार को यहां शिविर में राजस्व विभाग के अधिकारियों के साथ ही जनपद पंचायत स्तर के अधिकारी मौजूद थे। इसके साथ ही स्थानीय जनप्रतिनिधि भी मंच में लोगों की समस्याओं का निराकरण करने और राज्य सरकार की योजनाओं के बारे में बता रहे थे।

इसी दौरान स्थानीय लोगों ने अपनी समस्याओं का निराकरण नहीं होने का मुद्दा उठाया। बताते हैं कि इस दौरान अफसरों ने लोगों से शिकायत की पावती मांग दी, जिससे उनका आक्रोश भड़क गया। उनका कहना था कि जब शिकायत ली गई, तब उन्हें पावती नहीं दी गई थी। अब पावती मांग रहे हैं।

देखते ही देखते गुस्साए लोग मंच पर चढ़ गए और टेबल पर रखे शिकायत आवेदनों के बंडल को स्टेज से हवा में उछाल दिए, जिससे दस्तावेज स्टेज के नीचे बिखर गए। इस विरोध-प्रदर्शन और हंगामे के बाद शिविर ही समाप्त हो गया और अधिकारी वहां से चले गए।

शिविर में अफसरों पर भड़के बेलतरा विधायक शुक्ला

दूसरी तरफ बेलतरा विधानसभा के मदनपुर में आयोजित शिविर में विधायक सुशांत शुक्ला अफसरों पर भड़क गए। सबसे पहले बिजली व्यवस्था की बदहाली पर उन्होंने विद्युत विभाग के अधिकारियों को फटकार लगाई।

इसके बाद जल जीवन मिशन के अधूरे कार्यों को लेकर पीएचई विभाग पर नाराजगी जताई। सहकारिता विभाग और सहकारी बैंक की लापरवाही के चलते किसानों को हो रही समस्याओं पर भी उन्होंने असंतोष व्यक्त किया। क्षेत्र में जारी अवैध उत्खनन को लेकर सुशांत शुक्ला ने खनिज विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए।

MLA बोले- खनिज अफसरों को हो गया है मोतियाबिंद

विधायक शुक्ला ने आरोप लगाया कि विभाग के अधिकारी खनन माफिया से मिले हुए हैं और जानबूझकर आंखें मूंदे हुए हैं। उन्होंने कहा कि खनिज विभाग को मोतियाबिंद हो गया है, अवैध उत्खनन के मामले उन्हें दिख नहीं रहे। उन्होंने स्पष्ट चेतावनी दी कि यदि समय रहते स्थिति नहीं सुधारी गई तो कठोर कार्रवाई की जाएगी।

विधायक ने पुलिस विभाग को निर्देश दिया कि बड़े पंचायतों में सोशल पुलिसिंग को बढ़ावा दिया जाए और गश्ती प्वाइंट की संख्या में वृद्धि की जाए, जिससे अपराधों पर लगाम लग सके और ग्रामीणों में सुरक्षा की भावना बनी रहे।

इस अवसर पर जिला पंचायत बिलासपुर अध्यक्ष राजेश सूर्यवंशी, जनपद पंचायत बिल्हा के अध्यक्ष राम कुमार कौशिक सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी, कर्मचारी और बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।

 

Advertisements