मध्य प्रदेश के उज्जैन शहर के बेगमबाग इलाके में उज्जैन विकास प्राधिकरण (UDA) ने लीज उल्लंघन के मामले में दो मकानों को जेसीबी से ढहा दिया. हाईकोर्ट से स्टे हटने के बाद पुलिस बल और नगर निगम की टीम के साथ प्राधिकरण का दल कार्रवाई के लिए पहुंचा. मुस्लिम बहुल इस क्षेत्र में स्थानीय लोगों ने विरोध किया, लेकिन प्रशासन ने वरिष्ठ नागरिकों के साथ बातचीत कर स्थिति को नियंत्रित किया और कार्रवाई को अंजाम दिया.
दरअसल, शुक्रवार सुबह बेगमबाग में पुलिस और जेसीबी की मौजूदगी से लोग घबरा गए. जल्द ही क्षेत्र में भीड़ जमा हो गई. प्राधिकरण ने 49 और 55 नंबर के दो मकानों को चिह्नित किया था, जिनका उपयोग लीज की शर्तों के विपरीत किया जा रहा था. पहले दोनों भवनों को खाली कराया गया.
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विरोध के बावजूद अधिकारियों ने मुस्लिम समाज के वरिष्ठजनों के साथ चर्चा कर लोगों को समझाया, जिसके बाद स्थानीय लोगों ने सहयोग किया. इसके बाद निगम की रिमूवल टीम ने दोनों आलीशान मकानों को तोड़ दिया. यह क्षेत्र महाकाल मंदिर के समीप है.
उज्जैन विकास प्राधिकरण के सीईओ संदीप सोनी ने बताया कि बेगमबाग क्षेत्र को प्राधिकरण ने सालों पहले रहवासी योजना के तहत बसाया था, लेकिन कई लोग भूखंडों और मकानों का व्यावसायिक उपयोग करने लगे. कुछ ने नियमों को तोड़कर संपत्तियां बेच दीं, तो कुछ ने अवैध होटल शुरू कर दिए.
सितंबर 2024 में प्राधिकरण ने लीज उल्लंघन के आधार पर इन निर्माणों को अवैध घोषित कर लीज निरस्त की थी. दो मामलों में हाईकोर्ट से स्टे हटने के बाद 49 और 55 नंबर के भवनों पर कार्रवाई की गई.
सीईओ के अनुसार, क्षेत्र में कुल 28 संपत्तियां ऐसी हैं, जिनकी लीज निरस्त की जा चुकी है, लेकिन कोर्ट में मामले लंबित होने के कारण अन्य पर कार्रवाई नहीं हो सकी. कार्रवाई के दौरान सीईओ संदीप सोनी, एसडीएम एलएन गर्ग और एडिशनल एसपी नितेश भार्गव मौके पर मौजूद थे. अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए 150 पुलिस जवानों का बल तैनात किया गया था.