सुपौल: सरकारी विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों द्वारा फर्जी तरीके से उपस्थिति दर्ज करने को लेकर जहां विभाग ने कार्रवाई करनी शुरू कर दी है. वहीं इस मामले में जिले के दो शिक्षक भी कार्यवाही की जद में हैं. फिलहाल विभाग ने इन दोनों शिक्षकों से स्पष्टीकरण की मांग की है.
फर्जी तरीके से उपस्थिति दर्ज करने वाले जिन दो शिक्षकों से स्पष्टीकरण की मांग की गई है वे दोनों शिक्षक सदर प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय अमठो के हैं. दरअसल विभाग द्वारा ई-शिक्षा कोष के माध्यम से शिक्षकों द्वारा बनाई जा रही हाजिरी की जब समीक्षा की गई तो पाया गया कि उक्त विद्यालय के दो शिक्षक फर्जी तरीके से उपस्थिति दर्ज कर विभाग को गुमराह कर रहे हैं. इसको लेकर मांगे गए स्पष्टीकरण में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना ने कहा है कि विद्यालय की शिक्षिका श्रुति आनंद द्वारा ई-शिक्षा कोष माध्यम से बनाई जाने वाली हाजिरी में प्रायः अपना लाइव फोटो पोर्टल पर दर्ज नहीं करती है. इससे साफ तौर पर जाहिर होता है कि उनके द्वारा फर्जी तरीके से उपस्थिति दर्ज कर विद्यालय से फरार रहती हैं जो कार्य के प्रति लापरवाही को दर्शाता है.
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
वहीं इसी विद्यालय के एक अन्य शिक्षक बिशोचन सदा से भी स्पष्टीकरण की मांग की गई है. इन पर आरोप है कि यह प्राय स्कूल की आइडी से ही अपनी उपस्थिति दर्ज करते हैं और अनौपचारिक कपड़े में अपना लाइव फोटो पोर्टल पर डालते हैं. विभाग ने इनके इस आचरण को लापरवाही और अशिष्ट करार करते हुए इन दोनों शिक्षकों से 24 घंटे के अंदर मांगे गए स्पष्टीकरण का जवाब देने को कहा है. बताते चलें कि विभाग द्वारा शिक्षकों के आनलाइन हाजिरी बनाने की प्रक्रिया जब कभी भी समीक्षा की जाती है तो एक बड़ी गड़बड़ी सामने आ ही जाती है. इससे पूर्व भी जिले के कई शिक्षकों द्वारा की गई गड़बड़ी के कारण उनके विरुद्ध कार्रवाई की जा चुकी है.