दिल्ली से श्रीनगर जा रही इंडिगो की फ्लाइट 6E 2142 बुधवार को भयानक तूफ़ान (हेलस्टॉर्म) और टर्बुलेंस का शिकार हुई थी, विमान को पाकिस्तान ने अपने एयरस्पेस में घुसने की अनुमति नहीं दी थी. इससे 227 पैसेंजर्स की जान खतरे में पड़ गई. इसके बाद भारतीय वायुसेना (IAF) ने विमान की सुरक्षित लैंडिंग तक उसकी मदद की, यह जानकारी भारतीय वायुसेना के सूत्रों ने इंडिया टुडे टीवी को दी.
भारतीय वायुसेना के सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान की सिविल एविएशन अथॉरिटी की ओर से जारी NOTAM A0220/25 के तहत भारत में रजिस्टर्ड नागरिक और सैन्य विमानों के लिए पाकिस्तानी एयरस्पेस बंद है और यह 23 मई की मध्यरात्रि तक लागू रहेगा. इसी आधार पर लाहौर ATC ने अनुमति नहीं दी थी.
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
कैसे की गई मदद?
भारतीय नॉदर्न एरिया कंट्रोल (Northern Area Control) ने तुरंत IndiGo के पायलट को सलाह दी और दिल्ली कंट्रोल से समन्वय शुरू किया. पायलट को लाहौर कंट्रोल की फ्रीक्वेंसी भी दी गई, ताकि अगर इमरजेंसी अनुमति मिले तो इस्तेमाल की जा सके. पाकिस्तान से इजाजत नहीं मिलने पर विमान को वैकल्पिक मार्ग से श्रीनगर की ओर मोड़ा गया. यहां से भारतीय वायुसेना ने नियंत्रण अपने हाथ में लिया और पायलट को रियल-टाइम कंट्रोल वेक्टर और ग्राउंड स्पीड अपडेट देकर सुरक्षित लैंडिंग करवाई.
क्या हुआ था?
विमान ने दिल्ली से उड़ान भरी थी और जब यह अमृतसर के पास था, तब पायलट को मौसम खराब दिखा और उसने लाहौर ATC (Air Traffic Control) से पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र में कुछ समय के लिए जाने की अनुमति मांगी. ताकि टर्बुलेंस से बचा जा सके. लेकिन पाकिस्तानी ATC ने अनुमति देने से मना कर दिया.
DGCA कर रहा जांच
इस घटना के बाद एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के एक अधिकारी ने कहा था कि इंडिगो की फ्लाइट 6E2142 को खराब मौसम में ओले झेलने पड़े, जिसके बाद पायलट ने आपात स्थिति घोषित की. सभी यात्री और क्रू सुरक्षित हैं. वहीं, नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने इस घटना की जांच शुरू कर दी है.