सीरियल किलर राजा कलंदर और उसके सहयोगी बच्छराज को आजीवन कारावास की सजा हुई. लखनऊ की अदालत ने लगभग 25 साल पुराने डबल मर्डर केस में दोषी सिद्धि होने के बाद आज सजा का ऐलान किया गया. आजीवन कारावास के अलावा दोनों पर एक-एक लाख रुपए का जुर्माना भी किया गया है. जुर्माना ना देने पर अतिरिक्त सजा भी भुगतनी पड़ेगी. राजा कलंदर पर निर्दोष लोगों की हत्या करने और उनके सिरों को अपने फार्म हाउस में छिपाने का आरोप है.
प्रयागराज के रहने वाले राजा कलंदर उर्फ राम निरंजन पर इंसानी खोपड़ियां इकट्ठी करने का भी आरोप लगा था. राजा कलंदर उर्फ राम निरंजन और उसके साथी बच्छराज कोल को 22 वर्षीय मनोज कुमार सिंह और उनके ड्राइवर रवि श्रीवास्तव का अपहरण और हत्या के आरोप में दोषी ठहराया गया है.
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— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
निर्दोष लोगों की करता था हत्या
राजा कलंदर को खौफ का दूसरा नाम भी कहा जाता था. ये भी कहा जाता है कि वो निर्दोष लोगों की हत्या कर उनके शव के टुकड़े कर इधर उधर फेंकता था और दिमाग का सूप बनाकर पीता था. राजा कलंदर के दहशत तक फैली जब उसने सबसे पहले एक पत्रकार की हत्या की थी. वहीं इस हत्या की जांच की आंच जिला पंचायत सदस्य फूलन देवी की दहलीज तक पहुंची थी. वहीं जब पुलिस ने तलाशी ली थी तो मृतक पत्रकार का सामान मिला था और राजा कलंदर ने अपना जुर्म कबूल किया था. वहीं उसने अपने फार्म हाउस में दफनाए गए 14 नर मुंडों का भी खुलासा किया है.
फार्म हाउस में छिपाता था मृतकों की खोपड़ी
राजा कलंदर की दहशत लगातार बढ़ती गई. वो अपने दुश्मनों को मारकर उनकी खोपड़ी को अपने फार्म हाउस में छिपाता था. पेड़ों में टांगता और जाति के हिसाब से उनको कलर करता था और फिर अदालत लगाकर सजा सुनाता था. पुलिस के मुताबिक, राजा कलंदर मृतकों का हिसाब किताब भी रखता था. उसके पास से एक डायरी भी मिली है जिसे वो अदालती डायरी कहता था. इस डायरी में मर्डर करने की सूची बनाकर रखता था.