ग्वालियर में जब एक बीटेक स्टूडेंट ऑनलाइन गेमिंग में अपनी कॉलेज फीस हार गया तो उसने अपने साथी के साथ चोरी की वारदात को अंजाम दे डाला। दोनों आरोपी चोरी किए जेवरात और मोबाइल बेचने की फिराक में थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें रंगे हाथों पकड़ लिया।
पकड़े गए माल की कीमत ₹5.42 लाख बताई गई है, जिसमें सोने-चांदी के जेवरात, मोबाइल फोन और नगदी शामिल हैं। गिरफ्तार आरोपियों में से एक नाबालिग है। थाना प्रभारी उदयभान सिंह यादव ने बताया, मुरैना की जौरा पुलिस ने शुक्रवार को चोरी का माल बेचने की कोशिश कर रहे दो आरोपियों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।
सोने-चांदी के जेवर और मोबाइल जब्त
पुलिस ने आरोपी अभिषेक शर्मा और उसके नाबालिग साथी के कब्जे से सोने का एक मंगलसूत्र, सोने की दो जंजीर, मांग टीका, सोने की एक जोड़ी झुमकी, कान की बाली, नथ, दो सोने की अंगूठियां, सोने का कड़ा, चांदी की पायल, चांदी का कमरबंद और एक ब्रेसलेट बरामद किया है। इसके अलावा आरोपियों से चार एंड्रॉयड मोबाइल फोन और नगद राशि भी जब्त की गई है।
पिता से दोबारा फीस के रुपए मांग नहीं सका
आरोपी अभिषेक ग्वालियर में बीटेक की पढ़ाई कर रहा है। पढ़ाई के दौरान वह ऑनलाइन गेमिंग की लत में फंस गया और अपनी कॉलेज फीस का पैसा हार बैठा। जब कॉलेज ने फीस जमा करने का दबाव बनाया तो डर के कारण वह पिता से दोबारा रुपए नहीं मांग सका। तनाव में आकर उसने दोस्त के साथ चोरी की योजना बना ली।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, दोनों ने 20 मई को ग्वालियर के विनय नगर सेक्टर में मारुति नंदन के खाली मकान को निशाना बनाया और वहां चोरी की। इसके बाद दोनों आरोपी ग्वालियर से भागकर जौरा पहुंचे। यहां चोरी का माल बेचने की फिराक में थे। तभी शंका होने पर जौरा पुलिस ने पकड़ लिया। पूछताछ में उन्होंने ग्वालियर में चोरी करना स्वीकार कर लिया।
पुलिस जांच कर रही- किसी गिरोह से तो नहीं जुड़े?
एएसआई मुकेश सिंह रावत का कहना है कि पुलिस जांच कर रही है। पता लगाया जा रहा है कि आरोपियों ने यह चोरी कहां की और किसी गिरोह से तो जुड़े नहीं हैं।