उपमुख्यमंत्री के गृहग्राम में ‘शराब का राज’: प्रशासन मूकदर्शक, माफिया बेलगाम

रीवा : मध्य प्रदेश सूबे के उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल का गृहग्राम अब अवैध शराब माफियाओं का गढ़ बन चुका है, जहां खुलेआम मनमानी कीमतों पर शराब बेची जा रही है और प्रशासन इस पर आंखें मूंदे बैठा है. रीवा जिले में शराब कारोबारी एमआरपी से अधिक दाम वसूल कर ग्राहकों की जेब पर डाका डाल रहे हैं, लेकिन कोई लगाम कसने वाला नहीं है.

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जानकारी के मुताबिक, रीवा की शराब दुकानों पर एमआरपी सूची का न होना शराब कारोबारियों के लिए ‘सोने पर सुहागा’ साबित हो रहा है.किंगफिशर स्ट्रॉन्ग बीयर जो ₹199 की है, उसे ₹250 में बेचा जा रहा है, यानी सीधे ₹51 का अवैध मुनाफा। इसी तरह हंटर रिफ्रेशिंग बीयर (₹201) ₹250 में, देशी मदिरा सादा 180 एमएल (₹75) ₹90 में और देशी मदिरा मसाला 180 एमएल (₹106) ₹120 में बेची जा रही है.

यह कोई नया मामला नहीं है.पिछले कई महीनों से खबरों के माध्यम से जिला प्रशासन को इसकी जानकारी दी जा रही है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई है.

ऐसा लगता है कि शराब ठेकेदारों को किसी का डर ही नहीं रहा। स्थानीय लोगों का सवाल है कि क्या उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल तक इस ‘ओवररेटिंग’ की खबर नहीं पहुंच रही है, या फिर उनकी जानकारी में होने के बावजूद ग्राहकों की जेब पर डाका डाला जा रहा है?

देखना यह है कि क्या अब प्रशासन की नींद टूटेगी और इन बेलगाम शराब कारोबारियों पर कोई कार्रवाई होगी, या फिर रीवा जिला यूं ही शराब माफियाओं के मनमानी का अड्डा बना रहेगा.

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