जसवंतनगर/इटावा: इटावा जिले में अवैध मिट्टी खनन के खिलाफ प्रशासन ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है, जिसमें यमुना नदी की तलहटी में चल रहे एक बड़े रैकेट का भंडाफोड़ किया गया है. उपजिलाधिकारी (SDM) कुमार सत्यम जीत के नेतृत्व में की गई इस छापेमारी में, ब्रह्माणी देवी मंदिर के समीप अवैध रूप से मिट्टी का खनन करते हुए एक जेसीबी मशीन और एक ट्रैक्टर-ट्रॉली को रंगे हाथों पकड़ा गया.
इन दोनों वाहनों को तत्काल सीज कर दिया गया और आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए बलरई पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया है.यह कार्रवाई अवैध खनन माफियाओं के लिए एक स्पष्ट संदेश है कि प्रशासन ऐसी गतिविधियों के प्रति ज़ीरो टॉलरेंस की नीति अपना रहा है.
रात के अंधेरे में छापेमारी, भागने में सफल रहे कई खनन माफिया
यह अभियान रात के अंधेरे में चलाया गया, जिसमें SDM सत्यम जीत के साथ खनन अधिकारी प्रदीप कुमार, तहसीलदार दिलीप कुमार, राजस्व विभाग के अधिकारी और पुलिस बल की एक संयुक्त टीम शामिल थी। टीम ने जैसे ही बीहड़ क्षेत्र में छापेमारी की, उन्हें कई ट्रैक्टर-ट्रॉलियाँ अवैध रूप से मिट्टी का खनन करते हुए दिखाई दीं.
हालाँकि, अंधेरे का फायदा उठाकर और दुर्गम बीहड़ क्षेत्र का लाभ उठाकर, अधिकांश ट्रैक्टर-ट्रॉलियाँ घटनास्थल से भाग निकलने में सफल रहीं.प्राप्त जानकारी के अनुसार, ये फरार ट्रैक्टर नगला तौर, नगला रामसुंदर और बहादुरपुरा गाँव की ओर भागे। प्रशासन ने इन फरार वाहनों और उनके मालिकों की पहचान के लिए व्यापक अभियान शुरू कर दिया है, और SDM ने विश्वास व्यक्त किया है कि जल्द ही उन्हें भी कानून के दायरे में लाया जाएगा और उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
एसडीएम कुमार सत्यम जीत ने बताया कि पकड़े गए वाहनों और अवैध खनन में संलिप्तता के लिए आरटीओ विभाग को एक विस्तृत रिपोर्ट भेजी गई है.प्रारंभिक आकलन के अनुसार, इस अवैध खनन के मामले में अब तक दो लाख रुपये से अधिक का जुर्माना लगाया जा चुका है.यह कार्रवाई प्रशासन की अवैध खनन के खिलाफ चल रही मुहिम का एक हिस्सा है.
SDM ने स्पष्ट किया कि यमुना नदी और अन्य क्षेत्रों में अवैध खनन को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने दोहराया कि ऐसी गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी और भविष्य में भी इसी तरह की औचक छापेमारी जारी रहेगी ताकि अवैध खनन पर पूरी तरह से रोक लगाई जा सके और प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण सुनिश्चित किया जा सके। इस कार्रवाई से क्षेत्र के अवैध खनन माफियाओं में हड़कंप मच गया है.