लुप्त हो रहे गिद्ध प्रजाति के ब्रीडिंग सेंटर में 5 बच्चों का जन्म हुआ है. जुनागढ़ सक्करबाग जू के गिद्ध ब्रीडिंग सेंटर में दस सालों की कड़ी मेहनत के बाद ग्यारहवें साल में पांच शावकों का जन्म हुआ है. गिद्ध संवर्धन सेंटर 2009 में शुरू किया गया था. अब तक 21 बच्चे जन्मे पर ज्यादातर जिंदा नहीं बच पाए थे.
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
इसीलिए इस बार बच्चों के जन्म से लगातार मॉनिटरिंग और खाने पीने में मिनरल्स का ध्यान रखा जा रहा है.
साथ ही साथ बच्चों के लैब रिपोर्ट भी किए गए है ताकि उनके विटामिन्स, मिनरल्स और न्यूट्रीशयन का ध्यान रखा जा सके.
*सक्करबाग में गिद्ध के 3 प्रजातियों के हैं कुल 51 गिद्ध*
इसके लिए खास वातावरण, गिरनार के पत्थर से बनाए कृत्रिम पहाड़, आर्टिफिश्यल घोंसले, और ग्रीन नेट की सुविधा उपलब्ध करवाई गई है. 5 बच्चों के जन्म से गिद्ध प्रेमियों और वन्य प्रेमियों में खुशी की लहर छा गई है.