प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज शनिवार को अपने रेडियो शो ‘मन की बात’ के जरिए लोगों से बात की. मन की बात कार्यक्रम का आज 122वां एपिसोड हुआ. इस दौरान पीएम मोदी ने कई मुद्दों पर बात की. पीएम मोदी ने इस कार्यक्रम में ऑपरेशन सिंदूर के बारे में भी बात की. उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ पूरा देश एकजुट है.
पीएम मोदी ने कहा कि आज पूरा देश आतंकवाद के खिलाफ एकजुट है, आक्रोश से भरा हुआ है, संकल्पबद्ध है. आज हर भारतीय का यही संकल्प है, हमें आतंकवाद को खत्म करना ही है. ऑपरेशन सिंदूर के दौरान हमारी सेनाओं ने जो पराक्रम दिखाया है, उसने हर हिंदुस्तानी का सिर ऊंचा कर दिया है.
पीएम मोदी ने कहा, कुछ दिनों पहले वो राइजिंग नार्थ ईस्ट समिट में गए थे. जहां उन्होंने अष्टलक्ष्मी महोत्सव के बारे में जानकारी हासिल की. उन्होंने सिक्किम के डॉक्टर चेवांग नोरबू भूटिया का उदाहरण दिया. उन्होंने बताया कि कैसे क्राफ्टेड फाइबर्स को भूटिया ने ब्रांड बनाया. सिक्किम की इस बुनाई की परंपरा को उन्होंने नया आयाम दिया है. पेशे से पशु चिकित्सक भूटिया ने इस काम के साथ तमाम ग्रामीण महिलाओं को जोड़ा. उसके तहत शॉल, स्टोल, दस्ताने और मोजे जैसे चीजें हस्तशिल्प के जरिये बनाई जाती हैं.
Maoist strongholds are now hubs of progress. #MannKiBaat pic.twitter.com/0e0KsFwCTs
— PMO India (@PMOIndia) May 25, 2025
ऑपरेशन सिंदूर बदलते भारत की तस्वीर
उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान हमारी सेनाओं ने जो पराक्रम दिखाया है, उसने हर हिंदुस्तानी का सिर ऊंचा कर दिया है. जिस सटीकता के साथ हमारी सेनाओं ने सीमा पार के आतंकवादी ठिकानों को ध्वस्त किया, वो अद्भुत है. ऑपरेशन सिंदूर ने दुनियाभर में आतंक के खिलाफ लड़ाई को नया विश्वास और उत्साह दिया है.
ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ एक सैन्य मिशन नहीं है, ये हमारे संकल्प, साहस और बदलते भारत की तस्वीर है और इस तस्वीर ने पूरे देश को देश-भक्ति के भावों से भर दिया है, तिरंगे में रंग दिया है.
उन्होंने कहा कि हमारे जवानों ने आतंक के अड्डों को तबाह किया. यह उनका अदम्य साहस था और उसमें शामिल भारत में बने हथियारों, उपकरणों और टेक्नोलॉजी की ताकत. उसमें आत्मनिर्भर भारत का संकल्प भी था. हमारे इंजीनियर, हमारे टैक्नीशियन हर किसी का पसीना इस विजय में शामिल है.
गढ़चिरौली के बदल रहे हालात
पीएम ने कहा कि बस से कहीं आना-जाना कितनी सामान्य बात है, लेकिन मैं आपको एक ऐसे गांव के बारे में बताना चाहता हूं, जहां पहली बार एक बस पहुंची. इस दिन का वहां के लोग वर्षों से इंतजार कर रहे थे और जब गांव में पहली बार बस पहुंची तो लोगों ने ढोल-नगाड़े बजाकर उसका स्वागत किया.
यह जगह है महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में, और इस गांव का नाम काटेझरी है. ये गांव माओवादी हिंसा से प्रभावित था. यहां बस चलने से पूरे क्षेत्र में परिवर्त न को महसूस किया जा रहा है. यहां के हालात तेजी से सामान्य हो रहे हैं.
दंतेवाड़ा के रिजल्ट पर पीएम मोदी ने जताई खुशी
मन की बात’ में हम छत्तीसगढ़ में हुए बस्तर Olympics और माओवाद प्रभावित क्षेत्रों में Science Lab पर चर्चा कर चुके हैं. यहां के बच्चों में Science का Passion है. वो Sports में भी कमाल कर रहे हैं. ऐसे प्रयासों से पता चलता है कि इन इलाकों में रहने वाले लोग कितने साहसी होते हैं. इन लोगों ने तमाम चुनौतियों के बीच अपने जीवन को बेहतर बनाने की राह चुनी है. मुझे यह जानकार भी बहुत खुशी हुई कि 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं में दंतेवाड़ा जिले के नतीजे बहुत शानदार रहे हैं.
पांच सालों में बढ़ीद गिर में शेरों की आबादी
प्रधानमंत्री ने अपने कार्यक्रम में गुजरात के गिर शेरों के बारे में भी बात की. उन्होंने कहा कि पिछले केवल पांच वर्षों में गुजरात के गिर में शेरों की आबादी 674 से बढ़कर 891 हो गई है. गुजरात ऐसा पहला राज्य बना, जहां बड़े पैमाने पर Forest Officers के पद पर महिलाओं की तैनाती की गई.
आगे कहा कि आज हम जो नतीजे देख रहे हैं, उसमें इन सभी का योगदान है. Wild Life Protection के लिए हमें ऐसे ही हमेशा जागरुक और सतर्क रहना होगा.
जीवन जोशी जीती जागी प्रेरणा-पीएम मोदी
आज मैं आपको एक ऐसे शानदार व्यक्ति के बारे में बताना चाहता हूं जो एक कलाकार भी हैं और जीती-जागती प्रेरणा भी हैं. नाम है -जीवन जोशी, उम्र 65 साल, जीवन जी उत्तराखंड के हल्द्वानी में रहते हैं. बचपन में पोलियो ने उनके पैरों की ताकत छीन ली थी, लेकिन पोलियो, उनके हौसलों को नहीं छीन पाया. उनके चलने की रफ्तार भले कुछ धीमी हो गई, लेकिन उनका मन कल्पना की हर उड़ान उड़ता रहा.
इसी उड़ान में, जीवन जी ने एक अनोखी कला को जन्म दिया – नाम रखा ‘बगेट’ इसमें वो चीड़ के पेड़ों से गिरने वाली सूखी छाल से सुंदर कलाकृतियां बनाते हैं.