धर्मांतरण विवाद…गांव में दफन करने नहीं दिया महिला का शव:परिजनों ने शव को सड़क पर रखा; ग्रामीण बोले- मृतक ने ईसाई धर्म अपनाया

छत्तीसगढ़ के बालोद जिले के ग्राम सनौद (गुरुर) में सोमवार को एक महिला की मौत के बाद शव को ईसाई परंपरा से दफनाने को लेकर गांव में विवाद खड़ा हो गया। परिजन गांव के एक किनारे शव को दफन करना चाहते थे। लेकिन ग्रामीणों ने ईसाई विधि से अंतिम संस्कार कार्यक्रम का विरोध करते हुए गांव में दफन के लिए जगह देने से मना कर दिया।

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ग्रामीणों का आरोप था कि मृतका का परिवार ईसाई धर्म अपना चुका है और गांव के रीति-रिवाजों को नहीं मानता। इसलिए गांव के मुक्तिधाम में दफनाने की अनुमति नहीं दी गई। उनका कहना था कि सनौद गांव में करीब सात परिवारों के सदस्य ईसाई धर्म के अनुयायी हैं।

बता दें सनौद की रहने वाली सुकून बाई साहू (56 वर्ष) का निधन रायपुर एम्स में सुबह 4:30 बजे हुआ। परिजन शव को गांव लाकर ईसाई विधि से दफनाना चाहते थे। लेकिन गांव के ग्रामीणों ने इसका विरोध किया। तनाव इतना बढ़ा कि मृतका के पति और अन्य परिजन शव को कुछ समय के लिए सड़क पर छोड़कर चले गए।

तनाव बढ़ा तो पहुंचे पुलिस और तहसीलदार

मामला बढ़ता देख गुरुर तहसीलदार हनुमत श्याम, एसडीपीओ बोनीफॉस एक्का और आसपास के थाना स्टाफ मौके पर पहुंचे। प्रशासन ने ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की लेकिन ग्रामीण अपने फैसले पर अड़े रहे।

सुलह के बाद निकला समाधान, शासन से मांगी जमीन

लंबी बातचीत के बाद प्रशासन और परिजनों ने आपसी सहमति से शव को धमतरी स्थित ईसाई कब्रिस्तान ले जाकर अंतिम संस्कार करने का फैसला किया वहीं भविष्य में इस प्रकार की स्थिति से बचने के लिए मसीही समाज के लिए अलग कब्रिस्तान के लिए शासन से जमीन की मांग की गई।

मृतका के बेटे ने कहा – समाज की परंपराएं मानते हैं

 

मृतका के बेटे रितु राम साहू का कहना है कि वे ईसा मसीह को मानते हैं लेकिन उन्होंने साहू समाज के रीति-रिवाज पूरी तरह नहीं छोड़े हैं। इसके बावजूद ग्रामीणों ने धर्मांतरण का आरोप लगाकर विरोध किया। इस दौरान रितु राम ने गांव में मसीही समाज को मानने वालों के लिए अलग कब्रिस्तान की जमीन आवंटित करने की मांग प्रशासन से की है।

 

धमतरी के कब्रिस्तान में हुआ अंतिम संस्कार

 

घटना की सूचना मिलते ही पास्टर समेत मसीही समुदाय के अन्य लोग भी मौके पर पहुंचे। प्रशासन की मौजूदगी और समझाइश के बाद मृतका सुकून बाई का अंतिम संस्कार धमतरी स्थित चर्च कब्रिस्तान में मसीही रीति से किया गया।

 

एएसपी मोनिका ठाकुर ने बताया कि मृतिका का परिवार ईसाई रीति-रिवाज से महिला का अंतिम संस्कार करना चाहते थे जिससे गांव में विरोध हुआ। मृतिका के परिजन शव को धमतरी कब्रिस्तान ले गए। वर्तमान में गांव में स्थिति शांतिपूर्ण है।

 

 

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