भीलवाड़ा की रिद्धिमा ने रचा इतिहास! वाल्मीकि समाज से पहली बार 93.33% अंक

भीलवाड़ा: होनहार बेटी रिद्धिमा घारू ने 10वीं बोर्ड परीक्षा 2025 में 93.33 प्रतिशत अंक हासिल कर वाल्मीकि समाज का नाम रोशन किया है. वह भीलवाड़ा जिले में इतने अधिक अंक प्राप्त करने वाली वाल्मीकि समाज की पहली छात्रा बनी हैं.

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रिद्धिमा की इस उपलब्धि ने न केवल उसके परिवार को, बल्कि पूरे समाज को गौरवान्वित किया है. उसने अपने दृढ़ संकल्प और मेहनत से यह सफलता अर्जित की है. रिद्धिमा ने बताया कि वह आगे चलकर डॉक्टर बनना चाहती हैं और समाज सेवा में अपना योगदान देना चाहती हैं. रिद्धिमा घारू की यह सफलता एक प्रेरणा है उन सभी बेटियों के लिए, जो कठिन परिस्थितियों के बावजूद अपने लक्ष्य को पाने का जज़्बा रखती हैं.
रिद्धिमा के जीवन में कठिनाइयों की कमी नहीं रही. जब वह महज 9 वर्ष की थीं, तब उनके पिता महेश घारू का 2016 में एक सड़क दुर्घटना में निधन हो गया था. वर्तमान में उनकी मां सुनीता देवी जहाजपुर नगरपालिका में सफाई कर्मचारी के पद पर कार्यरत हैं.

रिद्धिमा के दादा स्व. कन्हैया लाल बैंक ऑफ बड़ौदा में कर्मचारी थे, वहीं दादी स्व. मुन्नी देवी जहाजपुर नगरपालिका की पार्षद रह चुकी हैं. अब दोनों ही इस दुनिया में नहीं हैं। रिद्धिमा का एक छोटा भाई भी है, और परिवार में वह अपनी मां के साथ रहकर पढ़ाई कर रही है. पार्षद गरिमा पंकज घारू ने रिद्धिमा की इस उपलब्धि पर हर्ष व्यक्त करते हुए कहा, “रिद्धिमा ने हमारे समाज को गौरव दिलाया है. मैं ईश्वर से प्रार्थना करती हूं कि वह भविष्य में और ऊँचाइयाँ हासिल करे और अपने माता-पिता तथा समाज का नाम और रोशन करे.”

 

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