परमाणु गीदड़भभकी से नहीं डरेगा भारत… जयशंकर की पाकिस्तान को दो टूक

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को फिर से पाकिस्तान को करारा जवाब दिया. गुजरात के वडोदरा स्थित पारुल विश्वविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय छात्रों के दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भारत किसी भी तरह के “परमाणु ब्लैकमेल” के आगे नहीं झुकेगा.

जयशंकर की यह टिप्पणी उस समय आई है जब पहलगाम आतंकी हमले के विरोध में भारत ने हाल ही में पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकी ठिकानों के खिलाफ सैन्य कार्रवाई की है.

उन्होंने यह भी कहा कि भारत साझेदारियों को “विश्वास” के आधार पर बनाता है, जबकि कई अन्य देश अपने हितों के अनुसार “खुले लेन-देन” की नीति अपनाते हैं.

नागरिकों की सुरक्षा के लिए हर कदम उठाएंगे

जयशंकर की टिप्पणी उन चुनौतियों की पृष्ठभूमि में आई है जिनका सामना भारत को हाल के दिनों में आतंकवाद और सीमा पार से हमलों के रूप में करना पड़ा है.

विदेश मंत्री की “परमाणु ब्लैकमेल” वाली टिप्पणी इस बात का संकेत है कि भारत अब न केवल पारंपरिक युद्ध क्षमताओं के दम पर, बल्कि रणनीतिक दृढ़ता के साथ भी अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा मंच पर अपने रुख को स्पष्ट कर रहा है. पाकिस्तान की ओर से परमाणु खतरे का परोक्ष संकेत अक्सर उसकी नीति का हिस्सा रहा है, लेकिन भारत अब इन धमकियों को नजरअंदाज करते हुए निर्णायक कार्रवाई के रास्ते पर है.

जयशंकर के अनुसार, भारत शांतिप्रिय देश है, लेकिन अपनी संप्रभुता, नागरिकों की सुरक्षा और राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए हर आवश्यक कदम उठाएगा.

पाकिस्तान को भारत ने दिया करारा जवाब

7 मई को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले, जिसमें कई निर्दोष पर्यटकों की मौत हुई थी, के जवाब में भारत ने ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया. यह एक बहुस्तरीय, सटीक और तेज सैन्य अभियान था जिसमें भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के भीतर स्थित नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया. लक्ष्यों में जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के प्रमुख अड्डे शामिल थे जो बहावलपुर, मुरीदके, मुजफ्फराबाद, सियालकोट, भीमबर और अन्य क्षेत्रों में स्थित थे.

इसके बाद 10 मई को भारत ने इस ऑपरेशन के दूसरे चरण की शुरुआत की. यह तब हुआ जब पाकिस्तान की ओर से भारत के पश्चिमी राज्यों में ड्रोन के जरिए हमले की कोशिश की गई, जिसे भारतीय वायु रक्षा तंत्र ने विफल कर दिया. जवाबी कार्रवाई में भारत ने छह पाकिस्तानी सैन्य एयरबेस और यूएवी कमांड सेंटरों को निशाना बनाया. इन हमलों में रावलपिंडी का चकलाला एयरबेस, चकवाल, शोरकोट, रहीम यार खान, सुक्कुर और चुनियन स्थित ठिकाने शामिल थे.

भारतीय वायुसेना की इस सटीक कार्रवाई ने पाकिस्तान के एयर डिफेंस नेटवर्क को गंभीर नुकसान पहुंचाया. सूत्रों के अनुसार, इस हमले के बाद पाकिस्तान को “शांति की भीख” मांगनी पड़ी.

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