अदाणी समूह कभी भी जांच से पीछे नहीं हटा, पहले से अधिक मजबूत, अटूट: गौतम अदाणी

अदाणी समूह कभी भी जांच से पीछे नहीं हटा और इसके बजाय उसने अपनी रणनीति बदली और अधिक लचीला रुख अपनाया। अरबपति कारोबारी गौतम अदाणी ने यह बात कही और जोड़ा कि इसके चलते अदाणी समूह अधिक मजबूत और अटूट बनकर उभरा। गौरतलब है कि अदाणी समूह ने पिछले दिनों कई बड़े अधिग्रहण किए और उसे गहन जांच का सामना करना पड़ा।

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अदाणी समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी ने अपने मजबूत बही-खाते और मजबूत व्यावसायिक वृद्धि का हवाला देते हुए कहा कि समूह अगले पांच साल के दौरान अपने कारोबार में 15-20 अरब अमेरिकी डॉलर का निवेश करेगा।

अदाणी ने समूह की प्रमुख कंपनी अदाणी एंटरप्राइजेज की ताजा वार्षिक रिपोर्ट में कहा, ‘‘कठोर प्रतिकूल परिस्थितियों और लगातार जांच से हम कभी पीछे नहीं हटे। इसके बजाय – हमने खुद को फिर से संतुलित किया। हमने फिर से योजना बनाई। हम पहले से अधिक दुर्जेय, अधिक अटूट, अधिक मजबूत और अधिक लचीले बन गए है।’’ एशिया के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति अदाणी ने कहा कि लोग अक्सर उनसे पूछते हैं कि ‘‘अदाणी समूह ऐसा कैसे करता रहता है? हम बार-बार कैसे आगे बढ़ते हैं?’’

उन्होंने आगे कहा, ‘‘मेरा जवाब हमेशा एक ही रहता है: हमारा दृढ़ विश्वास स्पष्टता पर टिका हुआ है। हमारे उद्देश्य भारत की महत्वाकांक्षाओं के साथ जुड़े हुए हैं। हमारी ताकत उस भरोसे से आती है जो आप – हमारे शेयरधारक – हम पर रखते हैं।’’

अदाणी ग्रीन एनर्जी के संबंध में अमेरिकी न्याय विभाग के आरोपों पर उन्होंने कहा कि यह पहली बार नहीं है जब समूह की परीक्षा ली गई है। उन्होंने आगे कहा, ‘‘न ही यह आखिरी बार होगा… हर चुनौती हमारे संकल्प को और मजबूत बनाती है। हर बाधा एक अवसर बन जाती है।’’

उन्होंने कहा कि तमाम शोर के बावजूद, तथ्य यह है कि अदाणी समूह के किसी भी व्यक्ति पर विदेशी भ्रष्ट आचरण अधिनियम (एफसीपीए) का उल्लंघन करने या न्याय में बाधा डालने की साजिश रचने का आरोप नहीं लगाया गया है।

अदाणी ने कहा, ‘‘हम एक ऐसी दुनिया में रहते हैं, जहां नकारात्मकता अक्सर सच्चाई से ज्यादा तेजी से गूंजती है। लेकिन हम कानूनी प्रक्रियाओं में सहयोग करते हैं, और मैं जोर देकर यह भी दोहराना चाहता हूं कि हमारा कामकाज वैश्विक मानकों पर आधारित है।’’

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