जल-जंगल और प्राकृतिक खनिज से संपन्न राज्य झारखंड की कहानी भी बेहद ही अजीबो गरीब है. झारखंड में आम लोगों की बात छोड़िए, अब तो राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और वर्तमान में राज्य के नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी और उनका परिवार ही डर के साए में जी रहा है. उन्हें जान का खतरा है. परिवार पर हमला होने या किसी बड़ी साजिश में उन्हें या अन्य पारिवारिक लोगों को फंसाए जाने का डर सता रहा है.
झारखंड के नेता प्रतिपक्ष, पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी और उनके परिवार को किसी दुर्दांत अपराधी से नहीं बल्कि झारखंड की हेमंत सोरेन की सरकार और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के करीबी अधिकारियों से ही खतरा है. यह आशंका खुद नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने व्यक्त की है. गिरिडीह परिसदन में पत्रकारों से बातचीत करते हुए बाबूलाल मरांडी ने कहा कि विश्वस्त सूत्रों से उन्हें सूचना मिली है हेमंत सोरेन के करीबी चहेते कुछ भ्रष्ट, षड्यंत्रकारी और अपराधी प्रवृत्ति के अधिकारियों ने उन्हें डराने के लिए सरकार से सुपारी ली है.
हम पर कभी भी हो सकता है हमला- बाबूलाल मरांडी
यही नहीं नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने तो यहां तक कह दिया की हम पर या हमारे लोगों पर कभी भी हमला हो सकता है. मुझ पर हमला करने से लेकर, मेरे खिलाफ झूठे और मनगढ़ंत मुकदमे दर्ज करने तक की साजिश रची जा रही है. मेरे और मेरे साथ-साथ मेरे परिवार या मेरे करीबी लोगों के खिलाफ फर्जी स्टिंग कराने तक की योजना बन रही है क्योंकि उनके द्वारा लगातार मौजूदा सरकार के भ्रष्ट कार्यों को उजागर किया गया है. झारखंड में हुए शराब घोटाले से लेकर राज्य में बालू माफिया, पत्थर माफिया, जमीन माफिया, कोयले की चोरी, अवैध खनन के अलावा जेएसएससी और जेपीएससी जैसी परीक्षाओं में हुए व्यापक अनियमिताएं और कई संगठित रैकेट तक को उजागर किया है.
बाबूलाल मरांडी ने दिलाई 2013 की याद
उनके द्वारा लगातार घोटाले और भ्रष्टाचार के मामले सार्वजनिक रूप से उजागर करने कारण उन्हें फसाने के लिए सरकार के कुछ भ्रष्ट अधिकारी गहरी साजिश रच रहे हैं, उन्होंने याद करते हुए बताया कि कैसे वर्ष 2013 में झारखंड के दुमका जिला अंतर्गत शिकारीपाड़ा में, नक्सलियों को सुपारी देकर उनकी हत्या करवाने की साजिश रची गई थी. ठीक उसी प्रकार एक बार एक बड़ी साजिश उनके खिलाफ रची जा रही है. उन्हें और उनके परिवार के लोगों पर हमला हो सकता है या उन लोगों को झूठे मुकदमे में फंसाने की बड़ी साजिश रची जा रही है. उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनके करीबी अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि यदि उन लोगों को लगता है कि ऐसी धमकियां, स्टिंग ऑपरेशन और फर्जी मुकदमे के जारिए उन्हें डराया जा सकता है तो वे लोग भारी भूल कर रहे हैं. वह डरने वाले नहीं है.
DGP किसी की हत्या कर दें तो क्या कार्रवाई होगी?
बता दें कि पूर्व में नेता प्रतिपक्ष ने झारखंड के ही पुलिस कप्तान, डीजीपी (आईपीएस) अनुराग गुप्ता से ही खुद को खतरा बताते हुए कहा था कि झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता गैर कानूनी रूप से अपने पद पर काम कर रहे हैं. इस तरह के डीजीपी किसी की हत्या कर दें तो उनके खिलाफ क्या कार्रवाई होगी? चूंकि 30 अप्रैल 2025 को ही डीजीपी अनुराग गुप्ता का कार्यकाल समाप्त हो चुका है. बावजूद इसके वह अपने पद पर गैर कानूनी तौर से काम कर रहे हैं. उन्हें तो सस्पेंशन का डर भी नहीं है. उनकी सर्विस तो पहले ही समाप्त हो चुकी है.
मरांडी के आरोप के बाद झारखंड में सियासी पारा हाई
उन्होंने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि एक प्रकार से क्राइम करने के लिए ही डीजीपी अनुराग गुप्ता को राज्य के मुख्यमंत्री ने रखा है. नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने तो यहां तक कह दिया कि था कि मुझे खुद को ही डर लगता है. आजकल घूमने में क्या पता कहां किससे हमला करवा देंगे और ऐसा होगा तो इसके लिए कौन जिम्मेदार होगा? नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी के इस आरोप के बाद झारखंड में सियासी पारा हाई हो गया है.