मां काली की पूजा में क्यों होता है नींबू का उपयोग? जानें क्या है मान्यता…

हिन्दू धर्म में मां काली को दुष्टों का संहार करने वाली और नकारात्मक शक्तियों का नाश करने वाली देवी माना जाता है. नींबू में नकारात्मक ऊर्जा को सोखने और उसे नष्ट करने की शक्ति मानी जाती है. मान्यताओं के अनुसार, नींबू को उन दुष्ट दैत्यों का प्रतीक माना जाता है, जिनका संहार मां काली ने किया था. जब मां काली को नींबू की माला अर्पित की जाती है, तो यह एक तरह की बलि (प्रतीकात्मक बलि) मानी जाती है, जिसे मां स्वीकार करती हैं. यह इस बात का प्रतीक है कि भक्त अपने शत्रुओं और भीतर की बुराइयों पर विजय प्राप्त करना चाहते हैं.

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जिन भक्तों को शत्रुओं से परेशानी है या जो किसी विवाद, मुकदमे या गुप्त शत्रुओं से जूझ रहे हैं, वे मां काली को नींबू की माला या नींबू अर्पित करते हैं. ऐसी मान्यता है कि इससे शत्रु बाधा दूर होती है और व्यक्ति को विजय प्राप्त होती है. नींबू की माला पहनाने से मां काली प्रसन्न होती हैं और अपने भक्तों की रक्षा करती हैं.

संकटों का निवारण

नींबू का उपयोग संकटों और बाधाओं को दूर करने के लिए भी किया जाता है. मां काली को नींबू चढ़ाने से भक्त की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और जीवन में आ रही परेशानियां दूर होती हैं.

ग्रह दोष निवारण और बुरी नजर से बचाव

नींबू का संबंध ज्योतिष में राहु और केतु जैसे छाया ग्रहों से भी माना जाता है. नींबू के तांत्रिक उपाय राहु-केतु के अशुभ प्रभाव और नजर दोष को दूर करने में भी सहायक होते हैं. मां काली की पूजा में नींबू का प्रयोग बुरी नजर और काले जादू के प्रभाव को खत्म करने के लिए भी किया जाता है.

शक्ति और ऊर्जा का प्रतीक

नींबू का खट्टापन और उसकी तीखी गंध एक तीव्र ऊर्जा को दर्शाती है. मां काली स्वयं उग्र और शक्तिशाली रूप हैं. नींबू की तेज ऊर्जा उनके स्वरूप से मेल खाती है और उनकी शक्ति को आह्वान करने में मदद करती है.

मां काली को ऐसे किया गया था शांत

एक और पौराणिक मान्यता के अनुसार, जब देवी शाकंभरी (मां काली का ही एक रूप) ने निंबासुर नामक राक्षस का वध किया था, तो वे अपने अत्यंत उग्र (क्रोधित) रूप में थीं. देवताओं ने उन्हें शांत करने के लिए नींबू से बने पेय (पानका) की पेशकश की. तभी से नींबू को देवी के उग्र रूप को शांत करने और संतुलन स्थापित करने के लिए भी चढ़ाया जाता है.

नींबू का उपयोग कैसे करें

108 नींबूओं की माला बनाकर मां काली को अर्पित की जाती है. एक या कुछ नींबू सीधे मां के चरणों में अर्पित किए जाते हैं. कुछ तांत्रिक विधियों में नींबू को काटकर, उसका गूदा निकालकर उसे दीपक की तरह इस्तेमाल किया जाता है, जिसमें तेल और बाती डालकर जलाया जाता है.

ज्योतिषी या पंडित से जरूर लें सलाह

मां काली की पूजा में नींबू का उपयोग विशेष रूप से तांत्रिक पूजा और विशिष्ट मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए किया जाता है. घर में सामान्य पूजा करते समय नींबू की माला चढ़ाने से पहले किसी जानकार ज्योतिषी या पंडित से सलाह लेना उचित होता है, खासकर यदि आप उसके गूढ़ अर्थों और प्रभावों को नहीं समझते हैं.

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