उज्जैन में शिप्रा तीर्थ परिक्रमा दो दिन तक होगी:सीएम भी होंगे शामिल, 4 और 5 को बड़ी संख्या में श्रद्धालु हाथों में ध्वज लेकर निकलेंगे

शिप्रा तीर्थ परिक्रमा प्रति वर्ष अनुसार इस बार भी गंगा दशहरा पर्व के अवसर पर उज्जैन में आयोजित की जाएगी। इस वर्ष यह परिक्रमा 4 एवं 5 जून को आयोजित की जाएगी। यात्रा में प्रतिवर्ष की तरह साधु संत , पुरुष महिलाएं और बच्चे भी शामिल होंगे।

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18 वर्षों से ज्यादा समय से ज्येष्ठ शुक्ल नवमी से दशमी (गंगा दशहरा) तक आयोजित होने वाले शिप्रा तीर्थ परिक्रमा के आयोजन में इस बार सीएम डॉ मोहन यादव भी शामिल होंगे। परिक्रमा का मुख्य उद्देश्य मां शिप्रा के घाटों, तटों एवं तीर्थ स्थलों के संरक्षण, पर्यावरणीय संतुलन एवं जन-जागरूकता को बढ़ावा देना है। शिप्रा तीर्थ परिक्रमा के माध्यम से हर वर्ष पर्यावरणविद, वैज्ञानिक एवं समाज के प्रबुद्धजन शिप्रा की वास्तविक स्थिति का अध्ययन कर शासन को परीक्षण रिपोर्ट सौंपते हैं।

परिक्रमा के पहले दिन 4 जून को यात्रा का शुभारंभ रामघाट से होगा, जो नृसिंह घाट, आनंदेश्वर मंदिर, जगदीश मंदिर, गऊघाट, जंतर-मंतर, वरुणेश्वर महादेव, त्रिवेणी शनि मंदिर, गोठड़ा, सिकंदरी, दाउदखेड़ी, चिंतामण, मंगरोला फंटा, लालपुल, भूखी माता मंदिर, दत्त अखाड़ा (रात्रि विश्राम) स्थलों से होते हुए दत्त अखाड़ा पर रात्रि विश्राम के साथ समाप्त होगी।

परिक्रमा के दूसरे दिन 5 जून को दूसरे दिन दत्त अखाड़ा से यात्रा पुनः प्रारंभ होकर रणजीत हनुमान, कालभैरव, अंगारेश्वर महादेव, कमेड, मंगलनाथ, सांदीपनि आश्रम, गढ़कालिका, भर्तृहरि गुफा, ऋणमुक्तेश्वर, वाल्मीकि धाम होते हुए रामघाट पहुंचकर यात्रा का समापन होगा।

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