“PM की नसों में सिंदूर नहीं, नौटंकी बह रही है!” – सुल्तानपुर में गरजे संजय सिंह

सुल्तानपुर : प्रधानमंत्री कह रहे हैं उनकी नसों में गर्म सिंदूर बह रहा है.”मैं तो कह रहा हूं ‘प्रधानमंत्री के नस-नस नौटंकी बह रही है.’ जैसे ही कैमरा देखते हैं लाइट कैमरा एक्शन शुरू हो जाता है और वह जिसका राजनीतिकरण करके और बैंक ऑपरेशन चला रहे हैं ऑपरेशन सिंदूर के नाम पर यह दुर्भाग्यपूर्ण है.”

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यह बातें आप सांसद संजय सिंह ने सुल्तानपुर में कहा। वे दीवानी कोर्ट पहुंचे थे जहां मीडिया से रूबरू थे.उन्होंने आगे कहा ऑपरेशन सिंदूर को लेकर मेरा यह मानना है भारतीय सेना ने बहुत ही बहादुरी और शौर्य का परिचय दिया है. पहलगाम की घटना के बाद उन्होंने नौ आतंकी ठिकाने मिटा दिए. पाकिस्तान में 21 जगह आतंकी ठिकाने चलाएं जा रहे थे ऐसे समय भारतीय सेना POK मे कब्जा कर सकती है, ऐसे समय में जब ऑपरेशन सिंदूर के तहत बलूचिस्तान को पाकिस्तान के नक्शे से मिटाया जा सकता था.

 

बांग्लादेश की तरह बलूचिस्तान अलग किया जा सकता था। ट्रंप ने भारत की सीजफायर की घोषणा की बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि भारत के भविष्य का फैसला अमेरिका में बैठकर अमेरिका का राष्ट्रपति ले रहा है, यह बहुत ही शर्मनाक बात है.यह भारत की संप्रभुता और सम्मान पर चोट है लेकिन. उससे ज्यादा दुर्भाग्यपूर्ण यह है देश के प्रधानमंत्री ने 10 बार कहने के बावजूद ट्रंप की बातों का जवाब नहीं दिया और क्या कह रहे हैं ट्रंप दोनों देशों को व्यापार रोकने धमकी हमने दी.

 

इसके कारण से सीजफायर हो गया. अब जाहिर सी बात है पाकिस्तान से उसका कोई व्यापार है नहीं जो भी व्यापार है हिंदुस्तान से है और हिंदुस्तान से व्यापार है मतलब अडानी से है अपने दोस्त को बचाने के लिए देश के स्वाभिमान का सौदा कर लिया.संजय सिंह ने कहा इसलिए प्रधानमंत्री को कहता हूं सिंदूर के सौदागर हैं’ ऑपरेशन सिंदूर जब सफलतापूर्वक सेवा के द्वारा चलाए जा रहा था उसे समय रोकना इसका जवाब प्रधानमंत्री को देना चाहिए.

 

ऑपरेशन सिंदूर की मार्केटिंग की जा रही है वह जले पर नमक छिड़कने वाली बात है और उन घरों में मातम है जहां जिन बहनों की माथे की सिंदूर मिट गई जिनके पति मारे गए इस पूरे घटनाक्रम को खूंखार आतंकवादी मौत के घाट उतारे नहीं गए. उसके पहले बिहार की चुनाव रैली हो गई. फिल्मी सितारों को संबोधित किया जा रहा, केरल और आंध्र प्रदेश में उद्घाटन किया जा रहा, हंसी ठीठोले की जा रही है.

 

आज आपने पूछा इंडिया का गठबंधन बैठक में क्यों नहीं शामिल हुए आम आदमी पार्टी का जोर जो था इंडिया गठबंधन के साथ वह लोकसभा चुनाव के लिए था और यहां सांसद बुलाने की बात है मैंने स्वयं आम आदमी पार्टी की ओर से प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है इन सारे प्रश्नों का जवाब देने के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग है.

 

उन्होने यह भी कहा सेना के सीनियर अधिकारी से जानकार व्यक्ति से जो किसी युद्ध में शामिल रहा हो उससे पूछिएगा, जब कोई सैनिक 5 साल तक फील्ड में काम कर लेता है तब उसको युद्ध की स्थिति में लगाया जाता है.आप 4 साल में रिटायर कर दे रहे हैं अपने भारत की सेना को कमजोर किया है। 3 साल आपने सेना की भर्ती नहीं की 180000 साइज आप सेना के अंदर कम कर दी.

 

तो हमारा ये मानना है आम आदमी पार्टी का अग्नि वीर जैसी कोई चीज नहीं होनी चाहिए.एक सैनिक की 17 साल 21 साल की नौकरी पहले थी उसी तरह की उसकी नौकरी बहाल की जाये और उसको सारी सुविधाएं दी जाए। शहीद का दर्जा दिया जाए.अपने देश के लिए प्राणों का न्योछावर करता है उसको कैंटीन की सुविधा दी जाए उसकी पेंशन की सुविधा दी जाए उसके जीवन की निश्चिंता का भाव उसके मन मे रहे हम सेना के लिए काम कर रहे है लड़ रहे तो हमारे साथ सरकार और देश खड़ा है.

 

आपको अडानी को अंबानी को बड़े-बड़े अपने दोस्तों को लाखों करोड़ों का व्यापार कामवाने की चिंता है करवाने की चिंता है और अपने सैनिकों को आप नौकरी नहीं दे पा रहे हो.उसकी तनख्वाह नहीं है आपके पास। कह रहे हैं 20000 और 30000 में चलो बेटा अग्निवीर बन जाओ अगर अग्नि वीर बनाना है.जितने बीजेपी नेता कहिए अपने बेटों को अग्नि वीर बनाएं.योगी जी से कहिये 10 विधायकों के लड़कों को भेज दे अग्नि वीर बना के 10 कहे रहा हूँ मोदी जी से कहिये सांसदों के बच्चों को भेज दें जाएगा.

 

कोई किसान के बेटों को भेज रहे हैं आप मजदूर के बेटे को आप भेज रहे हैं जा बेटा 4 साल की नौकरी करो अग्नि वीर बन जाओ.इसलिए मैं अग्नि वीर योजना के खिलाफ हूं जैसे सेना पहले होती थी वैसे हो जाए.सलमान खुर्शीद इस समय विदेश दौरे पर हैं डेलिगेशन में वह भी एक सदस्य के रूप में गए हैं वह आज एक एक बयान दिया है आर्टिकल 370 को लेकर इतना घमासान क्यों है आतंकवादियों के खिलाफ सभी पार्टी को एक राय होना चाहिए राजनीति नहीं होना चाहिए.

 

आतंकवाद के खिलाफ एक राय ही है आतंकवाद के खिलाफ हो रही कार्रवाई को रोका किसने हैं, भारतीय जनता पार्टी ने प्रधानमंत्री ने नरेंद्र मोदी ने सीजफायर करके किसके कहने पर अपने दोस्त ट्रंप के कहने पे.हम लोग आतंकवाद के खिलाफ एकजुट तो है ही हम तो सर्वदलीय बैठक में, उन्होंने कहा घुस के मारेंगे हमने कहा घुस के मारिए POK पे कब्जा कीजिए यह बड़ा मौका है आपके लिए.

 

हमने तो खुलेआम कहा था ये सीज फायर क्यों किया आपने यही तो हम पूछ रहे है.आप के बेशर्मी की हद पार कर चुके है सेना के ड्रेस में, ब्रिगेडियर कर्नल सेना अध्यक्ष बनाके वायु सेना के अध्यक्ष बना के फोटो खींचकर पोस्टर लगवा दे पूरे देश में यह सारे सवाल हैं। अब तो बात सार्वजनिक हो गई CDS महोदय ने क्या कहा है.उन्होंने यह कहा है कि नुकसान हुआ.यह महत्वपूर्ण नहीं नुकसान क्यों हुआ यह महत्वपूर्ण है तब अगर नुकसान क्यों हुआ.अगर CSs पूछ रहे हैं तो जाहिर सी बात है इसका जवाब प्रधानमंत्री जी को देना होगा.

 

सरकार को देना होगा उनको सामने आकर बताना चाहिए और यह और यह अकेले बयान नहीं है वायुसेना के अध्यक्ष ने कहा जो सेना के लिए हथियारों की जरूरत होती है हमको समय पर नहीं मिलता है जेंट्स की जरूरत होती है तो समय पर नहीं मिलता तो यह दो गंभीर बातें हैं जिसका जवाब प्रधानमंत्री को देना चाहिए.वही कल सुल्तानपुर में 30 35 घरों पर बुलडोजर चला इस पर संजय सिंह ने कहा बुलडोजर चलाने पर सुप्रीम कोर्ट का रोक है सुप्रीम कोर्ट ने साफ तौर पर कहा है गरीब के घर पर आप बुलडोजर नहीं चलाएंगे। और अगर ऐसी कोई परिस्थिति बनती है तो उसकी जानकारी कोर्ट को देंगे.

 

लेकिन उत्तर प्रदेश की योगी सरकार मानने को तैयार नहीं होती। जिला प्रशासन यहां के जिलाधिकारी तमाम अधिकारी वह ऐसी कार्रवाई किस हिम्मत के साथ करते हैं मुझे नहीं मालूम। लेकिन मैं वह सारी जानकारी इकट्ठा करके इसमें सुप्रीम कोर्ट के अंदर क्या शिकायत हो सकती है जिला प्रशासन की और जिला अधिकारी और साथ के लोगों ने कैसे कार्रवाई करने की हिम्मत की इसकी जवाब दे ही उनकी तय होनी चाहिए और पार्लियामेंट में याचिका समिति होती है पिटीशन कमेटी पिटीशन कमेटी में वही मुद्दा उठाऊंगा और वहां पर जिला प्रशासन की इस अत्याचार पूर्ण कार्य के खिलाफ याचिका.

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