इटावा पुलिस का सराहनीय कार्य: अंतर-जनपदीय मोटरसाइकिल चोर गैंग का भंडाफोड़, 15 चोरी की बाइकें बरामद

इटावा: कानपुर जोन के अपर पुलिस महानिदेशक और कानपुर परिक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक के निर्देशन में प्राप्त हुई है. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक इटावा, श्री बृजेश कुमार श्रीवास्तव, के कुशल पर्यवेक्षण में, अपर पुलिस अधीक्षक नगर इटावा के मार्गदर्शन और क्षेत्राधिकारी नगर के नेतृत्व में, थाना सिविल लाइन पुलिस टीम और एसओजी/सर्विलांस ने मिलकर इस ऑपरेशन को अंजाम दिया.

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ऑपरेशन का विवरण और चोरों की गिरफ्तारी
रात को हुई, जब थाना सिविल लाइन पुलिस और एसओजी/सर्विलांस टीम बलराम सिंह चौराहा पर नियमित गश्त पर थी. इसी दौरान, पुलिस को एक गुप्त सूचना मिली कि दो व्यक्ति चोरी की मोटरसाइकिल लेकर रेलवे स्टेशन इटावा से नुमाइश चौराहा होते हुए बाइस ख्वाजा रोड से भिंड (मध्य प्रदेश) की ओर जाने वाले हैं. यह सूचना मिलते ही पुलिस टीम ने बिना समय गंवाए त्वरित कार्रवाई की योजना बनाई.

सूचना के आधार पर, एसओजी सर्विलांस टीम और थाना सिविल लाइन पुलिस टीम तुरंत बाइस ख्वाजा कब्रिस्तान गेट के पास पहुँच गईं और संदिग्धों का इंतजार करने लगीं. कुछ ही देर बाद, नुमाइश चौराहा की ओर से दो मोटरसाइकिल सवार दो व्यक्ति आते दिखाई दिए, जिनकी पहचान सूचना में दिए गए विवरण से मेल खाती थी. पुलिस टीमों ने उन्हें रोकने का इशारा किया, लेकिन मोटरसाइकिल सवारों ने पुलिस को देखकर तेजी से भागने का प्रयास किया. हालांकि, पुलिस टीमें पूरी तरह से तैयार थीं और उन्होंने आवश्यक बल प्रयोग करते हुए दोनों मोटरसाइकिल सवारों को बाइस ख्वाजा कब्रिस्तान गेट के पास से सफलतापूर्वक पकड़ लिया.

पूछताछ और गैंग के अन्य सदस्यों का खुलासा
पकड़े गए व्यक्तियों से जब पुलिस टीम द्वारा उनकी मोटरसाइकिलों के आवश्यक प्रपत्र मांगे गए, तो वे उन्हें दिखाने में असमर्थ रहे. इस पर पुलिस टीम ने कड़ाई से पूछताछ की. पूछताछ के दौरान, दोनों अभियुक्तों की पहचान सुमित उर्फ लुक्का पुत्र अनिल कुशवाहा और शीलू पुत्र राधेश्याम के रूप में हुई. उन्होंने कबूल किया कि दोनों मोटरसाइकिलें चोरी की थीं और वे इन्हें बेचने के लिए भिंड (मध्य प्रदेश) ले जा रहे थे.

इतना ही नहीं, उन्होंने पुलिस को अपने अन्य दो साथियों के बारे में भी महत्वपूर्ण जानकारी दी. उन्होंने बताया कि वे चारों मिलकर विभिन्न स्थानों से मोटरसाइकिलें चोरी करते थे और उन्हें वन विभाग के पोस्ट के पास एक खंडहर के पीछे छिपाकर रखते थे. उनका अगला कदम इन सभी चोरी की मोटरसाइकिलों को एक लोडर (गाड़ी) में लादकर भिंड (मध्य प्रदेश) ले जाकर बेचना था.
इस महत्वपूर्ण जानकारी के आधार पर, पुलिस टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए अभियुक्तों की निशानदेही पर छापेमारी की. सुबह करीब 4:30 बजे, पुलिस टीम ने वन विभाग पोस्ट के पास खंडहर से उनके अन्य दो साथियों, सुखवीर उर्फ नेता पुत्र बाबुराम और बृजेश पुत्र सुरेंद्र सिंह, को भी गिरफ्तार कर लिया.

कबूलनामे और आपराधिक कार्यप्रणाली
गिरफ्तार अभियुक्तों ने पूछताछ में इटावा, मैनपुरी और शिकोहाबाद सहित आसपास के अन्य जनपदों में मोटरसाइकिल चोरी की कई घटनाओं को अंजाम देना स्वीकार किया है. उन्होंने बताया कि उनकी कार्यप्रणाली में मोटरसाइकिल स्टैंड, बस स्टैंड और अन्य सार्वजनिक स्थानों से बाइक चोरी करना शामिल था. चोरी की गई मोटरसाइकिलों को वे पहले कुछ समय के लिए छिपाकर रखते थे. फिर, एक जगह इकट्ठा कर, वे उन्हें लोडर से लादकर दूसरे राज्यों में ले जाते थे, जहाँ वे उन पर फर्जी नंबर प्लेट लगाकर, उनका रंग-रूप बदलकर, चेसिस नंबर खुरच कर पहचान मिटाकर, और कुछ को तो कटवा कर भी बेच देते थे, ताकि उनका पता लगाना मुश्किल हो जाए.

गिरफ्तार अभियुक्तों ने हाल ही में घटित कुछ चोरी की घटनाओं को भी स्वीकार किया:
23 मई 2025 को थाना सिविल लाइन क्षेत्रान्तर्गत रिद्धी स्वीट्स के पास से 01 मोटरसाइकिल चोरी की गई थी. इस संबंध में थाना सिविल लाइन में मु0अ0सं0 91/2025 धारा 303(2) बीएनएस पंजीकृत है. 28 मई 2025 को थाना सिविल लाइन क्षेत्रान्तर्गत रेलवे बाजारिया में जिला सैनिक कल्याण के सामने एक होटल से बाइक चोरी की गई थी. इस मामले में थाना सिविल लाइन में मु0अ0सं0 92/2025 धारा 303(2) बीएनएस पंजीकृत है.
28 मई 2025 को थाना फ्रेंड्स कॉलोनी क्षेत्रान्तर्गत मंडी के अंदर से भी एक बाइक चोरी की गई थी. इस संबंध में थाना फ्रेंड्स कॉलोनी में मु0अ0सं0 144/25 धारा 303(2) बीएनएस पंजीकृत है. उक्त गिरफ्तारी और बरामदगी के आधार पर, थाना सिविल लाइन पर मु0अ0सं0 95/2025 धारा 317(2)/317(4)/318(4)/338/336(3)/340(2) बीएनएस के तहत एक नया अभियोग भी पंजीकृत किया गया है.

गिरफ्तार अभियुक्तों का आपराधिक इतिहास
पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए सभी अभियुक्तों का लंबा आपराधिक इतिहास है, जिसमें चोरी, धोखाधड़ी और आर्म्स एक्ट जैसे कई मामले दर्ज हैं. विशेष रूप से, सुखवीर उर्फ नेता पुत्र बाबुराम का आपराधिक इतिहास काफी लंबा है, जिसमें विभिन्न थानों में 29 से अधिक मामले दर्ज हैं. यह दर्शाता है कि यह गिरोह लंबे समय से आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त था.

बरामदगी: 15 चोरी की मोटरसाइकिलों का जखीरा
इस सफल ऑपरेशन में पुलिस ने कुल 15 चोरी की मोटरसाइकिलें बरामद की हैं. इन मोटरसाइकिलों में विभिन्न मॉडल और ब्रांड शामिल हैं, जैसे एचएफ डीलक्स, हीरो स्प्लेंडर प्लस, बजाज डिस्कवर, बजाज पल्सर, टीवीएस अपाचे, बुलेट, और होंडा एक्टिवा स्कूटी. बरामद मोटरसाइकिलों में से कुछ पर फर्जी नंबर प्लेट लगी थीं, जबकि कुछ बिना नंबर प्लेट की थीं, जिससे उनकी पहचान छिपाने का प्रयास किया गया था.

पुलिस टीम की सराहना
इस सफल ऑपरेशन को अंजाम देने वाली पुलिस टीम में दो मुख्य टीमें शामिल थीं:
प्रथम टीम: इसमें निरीक्षक श्री विक्रम सिंह चौहान (प्रभारी थाना सिविल लाइन), उप-निरीक्षक राजेश कुमार मौर्य, उप-निरीक्षक संजय यादव, हेड कांस्टेबल अनिरुद्ध साहू, कांस्टेबल कमरुद्दीन, कांस्टेबल पंकज कुमार, कांस्टेबल रामनरेश, कांस्टेबल ओमप्रकाश, कांस्टेबल आलोक सिंह और हेड कांस्टेबल चालक संदीप कुमार शामिल थे.
द्वितीय टीम: इस टीम में उप-निरीक्षक श्री बेचन कुमार सिंह (प्रभारी एसओजी मय टीम) और उप-निरीक्षक श्री नागेंद्र चौधरी (प्रभारी सर्विलांस मय टीम) ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. इटावा पुलिस की यह कार्रवाई अपराध नियंत्रण और कानून व्यवस्था बनाए रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.

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