चन्दौली : अलीनगर पुलिस और आरपीएफ की संयुक्त कार्रवाई में छह अंतर्राज्यीय शराब तस्करों को गिरफ्तार किया गया.तस्करों के पास से कुल 42.34 लीटर शराब बरामद की गई, जिसकी कीमत लगभग ₹70,000 आंकी गई है. तस्कर ट्रेन से शराब लेकर बिहार जा रहे थे। पुलिंग ने उन्हें मानसरोवर पोखरा क्षेत्र के पास घेरकर गिरफ्तार कर लिया।बरामद शराब की कुल मात्रा 42.34 लीटर है.
पुलिस की पूछ ताछ में गिरफ्तार अभियुक्तों ने बताया कि वे उत्तर प्रदेश से शराब खरीदकर बिहार में ऊंचे दामों पर बेचते थे। अधिक मुनाफा कमाने के लिए वे ट्रेन से तस्करी करते थे. इसके लिए वे स्थानीय शराब की दुकानों से शराब खरीदते थे.
आबकारी नियमों के अनुसार, किसी व्यक्ति को सीमित मात्रा में ही शराब बेची जा सकती है. इसके बावजूद तस्करों को बड़ी मात्रा में शराब मिलना, स्थानीय शराब की दुकानों और आबकारी विभाग की भूमिका को संदेह के घेरे में लाता है. तस्करी की इन घटनाओं में आबकारी विभाग की निष्क्रियता, एक गंभीर प्रश्न है.
स्थानीय शराब की दुकान और आबकारी विभाग की भूमिका संदिग्ध!
आबकारी विभाग की जिम्मेदारी है कि वह शराब की बिक्री और वितरण पर सख्ती से नजर रखे.बावजूद इसके, तस्करों को बड़ी मात्रा में शराब बेचने वाली दुकानों पर कोई कार्रवाई न करना विभाग की निष्क्रियता को उजागर करता है। इन दुकानों की जांच और आबकारी विभाग की जवाबदेही तय करना आवश्यक है.
गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ अलीनगर थाने में आबकारी अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. पुलिस अधीक्षक चन्दौली आदित्य लांग्हे ने कहा कि अवैध शराब तस्करी के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी.
इस मामले से लगता है सिर्फ तस्करों को गिरफ्तार करना पर्याप्त नहीं है. अवैध गतिविधियों के लिए सहयोग देने वालों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जरूरत है.