वर्ल्ड चेस चैम्पियन डी गुकेश नॉर्वे शतरंज टूर्नामेंट 2025 में तीसरे स्थान पर रहे. गुकेश को 10 एवं आखिरी राउंड में अमेरिकी ग्रैंडमास्टर फैबियानो कारूआना के हाथों हार का सामाना करना पड़ा. गुकेश की हार से पांच बार के वर्ल्ड चैम्पियन मैग्नस कार्लसन को फायदा हुआ, जिन्होंने यहां रिकॉर्ड सातवां खिताब जीता. गत विजेता कार्लसन ने 10वें राउंड में भारत के ही अर्जुन एरिगैसी के खिलाफ मुख्य बाजी ड्रॉ कराकर अपने अंकों की संख्या 16 पर पहुंचाई और इस तरह से खिताब अपने नाम किया.
गुकेश ने कर दी बड़ी गलती…
यह डी गुकेश के लिए कभी न भूलने वाला दिन रहा. मैच की शुरुआत में गुकेश सहज नहीं दिख रहे थे, लेकिन उन्होंने वापसी की कोशिश की. हालांकि, समय कम होने के चलते उन्होंने एक बड़ी गलती कर दी और उसी पल उन्हें समझ आ गया कि अब जीत की उम्मीद खत्म हो चुकी है. जब घड़ी में सिर्फ दो सेकंड बचे थे, तो गुकेश ने हार मानते हुए कारुआना से हाथ मिलाया और फिर निराशा में अपने चेहरे को हाथों से ढक लिया. इसके साथ ही नॉर्वे शतरंज में अपना पहला खिताब जीतने की गुकेश की उम्मीदें एक पल में ही धराशायी हो गईं.
Absolute heartbreak for Gukesh as he'd rescued a draw against Caruana only to blunder at the very end!#NorwayChess pic.twitter.com/ruCepSQNEH
— chess24 (@chess24com) June 6, 2025
फैबियानो कारूआना 15.5 अंकों के साथ दूसरे स्थान पर रहे. वहीं डी गुकेश 14.5 अंकों के साथ तीसरे, जबकि अर्जुन एरिगैसी 13 अंकों के साथ पांचवें स्थान पर रहे. एरिगैसी ने स्थानीय खिलाड़ी कार्लसन के खिलाफ आर्मागेडन टाई-ब्रेक जीता, लेकिन अंत में इसका कोई महत्व नहीं रहा. यह दूसरा अवसर है जब गुकेश इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में तीसरे स्थान पर रहे, जबकि एरिगैसी ने 12.5 अंकों के साथ पांचवें स्थान पर अपना अभियान समाप्त किया.
डी गुकेश फाइनल राउंड से पहले मैग्नस कार्लसन से आधे अंक पीछे दूसरे स्थान पर थे. उन्होंने पिछले चार में से तीन मुकाबलों में कार्लसन, अर्जुन और चीन के नंबर 1 खिलाड़ी वेई यी को हराया था.अगर गुकेश विश्व नंबर 5 फेबियानो कारुआना के खिलाफ कम से कम ड्रॉ कर लेते और फिर अर्मागेडन प्लेऑफ में जीत दर्ज करते, तो वह वर्ल्ड नंबर-1 कार्लसन के साथ अंक बराबर कर टूर्नामेंट को टाई-ब्रेकर तक ले जा सकते थे.
कोनेरू हम्पी ने भी मौका गंवाया
उधर महिला वर्ग मे दो बार की वर्ल्ड ब्लिट्ज चैम्पियन अन्ना मुजीचुक (यूक्रेन) ने अंतिम राउंड में भारत की आर. वैशाली से आर्मागेडन टाई-ब्रेक में हारने के बावजूद 16.5 अंकों के साथ खिताब जीता. भारतीय खिलाड़ियों में कोनेरू हम्पी 15 अंक लेकर तीसरे स्थान पर रहीं. जबकि आर. वैशाली टूर्नामेंट में अपेक्षित प्रदर्शन नहीं कर सकी. उन्होंने 11 अंकों के साथ टूर्नामेंट का समापन किया.