आंध्र प्रदेश में राज्य सचिवालय में नौकरी दिलाने का दावा कर लाखों रुपए की ठगी का मामला सामने आया है. गिरोह के ठग सचिवालय में नौकरी को लेकर फोन में स्टेटस लगाते थे. फिर युवाओं से दावा करते थे कि वो उनको राज्य सचिवालय में नौकरी दिला देंगे. अब राज्य की विजयनगरम जिले की वन टाउन पुलिस ने गिरोह के ठगों को गिरफ्तार कर लिया है.
एस कोटा मंडल के धर्मावरम गांव निवासी विनोद नामक पीड़ित की शिकायत के आधार पर पुलिस ने जांच शुरू की और फोन में स्टेटस लगाकर राज्य सचिवालय में नौकरी दिलाने का दावा कर लाखों रुपए की ठगी करने वाले गिरोह का भांडाफोड़ किया. बताया जा रहा है कि गिरोह के मुखिया का नाम सुजीत है. वो विजयनगरम के प्रदीप नगर का रहने वाला है. वो इस मामले में मुख्य आरोपी है.
पांच लोग किए गए गिरफ्तार
पुलिस ने सुजीत के साथ-साथ इस मामले में विजयनगरम जिले के महेश, जंगारेड्डीगुडेम से रूबी, एलुरु से जॉन और याकूब को गिरफ्तार किया है. जानकारी के अनुसाार, इस गिरोह ने हैदराबाद, विजयवाड़ा, गुंटूर, जंगारेड्डीगुडेम और विजयनगरम जिले में नौकरी की प्रतीक्षा कर रहे कई बेरोजगार युवकों को राज्य सचिवालय में नौकरी दिलाने का दावा किया और उनसे 5 से 8 लाख रुपयों की ठगी की.
छात्रों को फर्जी नियुक्ति पत्र देकर ठगा
ठगों ने छात्रों को फर्जी नियुक्ति पत्र देकर ठगा. सुजीत बेरोजगार युवकों को अमरावती के सचिवालय ले गया और उन्हें विश्वास दिलाया कि उनकी नौकरी पक्की है. उसने छात्रों को अमराती में एक सप्ताह तक रखा. उन्हें खाना खिलाया. साथ ही उन्हें फर्जी नियुक्ति पत्र दिए. छात्रों ने नियुक्ति पत्रों के फर्जी होने का पता तब चला जब उन्होंने नियुक्ति पत्र में दिए गए पते पर संपर्क किया. इसके बाद उनको पता चला कि उनके के साथ धोखाधड़ी हो गई.
जांंच में ये बात आई सामने
इसके बाद पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई. विजयनगरम वन टाउन पुलिस ने मामला दर्ज किया. फिर मामले की जांंच शुरू की और ठगों को गिरफ्तार कर लिया. जांच के दौरान पुलिस को पता चला है कि अब तक ये गिरोह बेरोजगार छात्रों को नौकरी दिलाने के नाम पर 50 लाख रुपयों की ठगी कर चुका है.