पीएम मोदी के 11 वर्ष : सनातन के अमृतकाल में रामराज्य की झलक, अयोध्या के संतों और मुस्लिम समाज ने सराहा

अयोध्या: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने 11 साल पूरे कर लिए हैं. 9 जून 2025 को उनके तीसरे कार्यकाल का पहला वर्ष भी पूर्ण हुआ. इस ऐतिहासिक अवसर पर अयोध्या धाम में स्थित संत-महंतों और आमजन से लेकर मुस्लिम समुदाय तक ने एक सुर में प्रधानमंत्री मोदी की सराहना की. कहा जा सकता है कि पीएम मोदी का कार्यकाल न सिर्फ राजनीतिक और आर्थिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण रहा है, बल्कि सांस्कृतिक और धार्मिक पुनर्जागरण का प्रतीक भी बन चुका है.

Advertisement

सनातन धर्म की वापसी, धार्मिक स्थलों का कायाकल्प

अयोध्या के प्रसिद्ध हनुमानगढ़ी मंदिर के महंत दिलीप दास ने कहा- पीएम मोदी को 11 साल पूरे करने की हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं. उनका कार्यकाल ऐतिहासिक रहा है. इस दौरान हमारे सनातन धर्म की पुनः प्रतिष्ठा हुई है. राम मंदिर जैसे युगांतकारी मुद्दे का समाधान हुआ. आज रामलला भव्य मंदिर में विराजमान हैं. काशी और मथुरा जैसे तीर्थों का कायाकल्प हो रहा है. हम गर्व से कह सकते हैं कि यह सनातन धर्म का अमृतकाल है. महंत दिलीप दास ने यह भी कहा कि भारतीय सेना मजबूत हुई है, देश की साख अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ी है और बुनियादी ढांचे जैसे सड़क, रेल और परिवहन का जबरदस्त विकास हुआ है.

रामराज्य की ओर बढ़ता भारत– देवेशाचार्य महाराज

हनुमानगढ़ी के महाराज देवेशाचार्य ने कहा- ऐसा प्रधानमंत्री मिलना सौभाग्य की बात है जिसने न केवल भारतीय धर्म और संस्कृति को पुनर्जीवित किया बल्कि सेना, सुरक्षा, अर्थव्यवस्था, और राजनीति हर मोर्चे पर भारत को सशक्त बनाया. अनुच्छेद 370 को हटाकर जम्मू-कश्मीर को मुख्यधारा से जोड़ा. राम मंदिर के निर्माण से देश को वैश्विक पहचान मिली. उन्होंने कहा कि यह समय भारत के सांस्कृतिक नवजागरण का है, जिसमें प्रधानमंत्री मोदी का नेतृत्व केंद्रीय भूमिका निभा रहा है.

राम मंदिर बना, अयोध्या निखरी– इकबाल अंसारी

अयोध्या के निवासी और बाबरी मस्जिद के पूर्व मुद्दई इकबाल अंसारी ने भी प्रधानमंत्री मोदी की खुले मन से तारीफ की. उन्होंने कहा- मोदी सरकार के 11 साल दुनिया ने देखे. अयोध्या में राम मंदिर बना, यह देश के लिए गर्व का विषय है. मैं खुद अयोध्या का हूं और जानता हूं कि यहां कितना व्यापक विकास हुआ है, सड़कें बनी हैं, कुंडों का सौंदर्यीकरण हुआ है, पार्कों का निर्माण और रोजगार के अवसर बढ़े हैं. सरकार जनता को राशन से लेकर सभी जरूरी सुविधाएं दे रही है. ऐसी सरकार होनी चाहिए। इकबाल अंसारी का यह बयान धार्मिक सौहार्द और सामाजिक समरसता की मिसाल है. इससे यह संदेश गया कि मोदी सरकार की नीतियां केवल एक वर्ग विशेष के लिए नहीं, बल्कि सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास की भावना से संचालित हैं.

विकास की गूंज, मोदी ब्रांड की पहचान

पीएम मोदी के कार्यकाल में विकास का पहिया हर क्षेत्र में घूमा है. उत्तर प्रदेश के साथ-साथ देशभर में हाईवे, एक्सप्रेसवे, एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशनों के आधुनिकीकरण और स्मार्ट सिटी जैसी योजनाएं तेज़ी से आगे बढ़ी हैं. नितिन गडकरी जैसे मंत्रियों की सक्रियता ने बुनियादी ढांचे की तस्वीर बदल दी है. विशेषकर अयोध्या की बात करें तो पहले जहां राम जन्मभूमि एक विवाद का विषय थी, आज वह भव्यता और गौरव का प्रतीक बन चुकी है. हर वर्ष करोड़ों श्रद्धालु यहां पहुंच रहे हैं. कुंडों का जीर्णोद्धार, सरयू तट का सौंदर्यीकरण और 24×7 सुविधाएं इस तीर्थनगरी को वैश्विक धार्मिक पर्यटन मानचित्र पर ला चुकी हैं.

रक्षा और राष्ट्रवाद– नए भारत की पहचान

मोदी सरकार के दौरान भारत की सैन्य ताकत भी उल्लेखनीय रूप से बढ़ी है. सर्जिकल स्ट्राइक और बालाकोट एयरस्ट्राइक जैसी कार्रवाइयों ने न केवल दुश्मनों को करारा जवाब दिया, बल्कि देशवासियों के मन में राष्ट्रगौरव की भावना को और प्रबल किया. सैन्य आधुनिकीकरण, स्वदेशी हथियारों पर जोर, और ‘मेक इन इंडिया’ के तहत रक्षा उत्पादन ने भारत को आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ाया है.

सामाजिक योजनाओं की बारिश

गरीबों के लिए पीएम आवास योजना, उज्ज्वला योजना, जनधन योजना, आयुष्मान भारत जैसी योजनाएं करोड़ों लोगों के जीवन में बदलाव लेकर आई हैं. अयोध्या में भी बड़ी संख्या में परिवारों को इन योजनाओं का लाभ मिला है. राशन वितरण प्रणाली, कोरोना काल में मुफ्त टीकाकरण, और महिलाओं के लिए बैंकिंग सेवाओं की उपलब्धता इस बात का उदाहरण है कि यह सरकार जनसेवा को धर्म मानती है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 11 वर्षों का कार्यकाल केवल राजनीति नहीं, राष्ट्रनिर्माण और धर्म-संस्कृति के पुनरुत्थान की कहानी है. राम मंदिर निर्माण से लेकर अनुच्छेद 370 की समाप्ति, सेना की मजबूती से लेकर सामाजिक कल्याण योजनाएं, सबने मिलकर एक नए भारत की नींव रखी है.

अयोध्या के साधु-संतों और मुस्लिम समाज की सकारात्मक प्रतिक्रिया इस बात का प्रमाण है कि यह सरकार सर्वधर्म समभाव और विकास के साथ विरासत दोनों को साथ लेकर चल रही है.

 

Advertisements