मेघालय पुलिस द्वारा राजा हत्याकांड सुलझाने के लिए बनाई गई एसआईटी ने 5 लाख मोबाइल नंबरों में से सोनम का राज खोज लिया। एसआईटी ने शोहरा हिल्स क्षेत्र से पीएसटीएन डेटा एकत्र किया। पुलिस को करीब पांच लाख नंबर मिले। एक सिमकार्ड इंदौर का निकला। वह 16 मई को एक्टिव हुआ था।
सोनम और राजा जहां-जहां गए, संदिग्ध नंबर भी साथ-साथ चला। राजा की हत्या के बाद वह नंबर बंद हो गया। सोनम की कॉल डिटेल निकाली तो राज से सैकड़ों बार बात होने की पुष्टि हो गई। राज के नंबर की सीडीआर निकाली तो विशाल, आनंद और आकाश के नंबर मिले, जिन्हें षड्यंत्र के तहत 20 मई को बंद करवा दिए गए।
विशाल पर झल्लाने लगी थी सोनम, बोली- जल्दी मारो, मैं थक चुकी हूं
राजा को मारने के लिए राज से ज्यादा सोनम उतावली हो रही थी। वह फोटोग्राफी के बहाने राजा के पास आकर विशाल को इशारा करती थी। मौका न मिलने पर विशाल वार नहीं कर पाया तो उन पर झल्लाने लगी। एक बार तो विशाल ने हत्या का इरादा बदल दिया था। तब सोनम ने कहा था कि इसको मार डालो। मैं थक चुकी हूं
बार-बार दबाव डालने पर विशाल ने पहला वार राजा की गर्दन पर पीछे से किया। दूसरा वार आनंद ने किया। फिर चारों ने मिलकर उसे खाई में फेंक दिया। सोनम ने आरोपितों को 15 हजार भी दिए थे और एटीएम कार्ड तोड़कर फेंक दिया था।
आरोपित स्कूटरों पर सवार होकर रवाना हुए। उनमें एक स्कूटर राजा का भी था। सोनम भी साथ थी। 25 किमी दूर राजा का स्कूटर लावारिस छोड़ दिया और फिर आगे बढ़ गए। दो-तीन किमी आगे जाकर सोनम को भी छोड़ दिया और फिर सब अलग-अलग हो गए।