महज 18 मिनट के भीतर राजा को उतारा मौत के घाट… फिर खाई में फेंका शव, हत्या के बाद 14 दिन इंदौर में रही शातिर सोनम

मेघालय के राजा रघुवंशी हत्याकांड में शिलांग पुलिस ने सनसनीखेज खुलासे किए हैं. एसपी विवेक स्येम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि राज कुशवाह इस हत्या का मास्टरमाइंड है, जबकि सोनम रघुवंशी उसकी पार्टनर थी. सभी पांच आरोपियों सोनम, राज कुशवाहा, आकाश राजपूत, विशाल सिंह चौहान और आनंद कुर्मी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है. 23 मई को महज 18 मिनट (दोपहर 2:00 से 2:18 बजे) में राजा की हत्या कर उसकी लाश खाई में फेंक दी गई. हत्या के बाद सोनम 14 दिन (26 मई से 8 जून) तक इंदौर में छिपी रही. यह साजिश प्रेम प्रसंग और पारिवारिक दबाव का नतीजा थी, जिसमें कोई सुपारी नहीं दी गई, बल्कि दोस्ती के नाम पर तीन अन्य आरोपियों ने हत्या में साथ दिया.

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SP विवेक ने खुलासा किया कि फरवरी 2025 में राज कुशवाह और सोनम ने दो वैकल्पिक साजिशें रची थीं. पहली में सोनम को गायब होना था, ताकि लगे कि वह नदी में बह गई. दूसरी में किसी और की हत्या कर उसकी लाश को सोनम की स्कूटी पर रखकर आग लगानी थी, ताकि लगे कि सोनम मारी गई. ये योजनाएं विफल रहीं और पारिवारिक दबाव में सोनम की 11 मई को राजा से शादी हो गई. शादी से 11 दिन पहले राज ने हत्या की साजिश रच डाली. SP ने बताया कि सोनम और राज का प्रेम प्रसंग था, लेकिन सोनम के परिवार को इसकी जानकारी थी या नहीं, यह जांच का विषय है. शायद सोनम के पास हत्या के अलावा कोई रास्ता नहीं था.

गुवाहाटी से सोहरा तक साजिश
सोनम ने राजा को कामाख्या मंदिर के दर्शन के बहाने गुवाहाटी लाया. तीन अन्य आरोपी आकाश, विशाल और आनंद (राज का चचेरा भाई) 19 मई को गुवाहाटी पहुंचे. शुरुआती योजना गुवाहाटी में हत्या की थी, जहां रेकी भी की गई. जब यह विफल रही, तो सोनम ने सोहरा जाने का प्लान बनाया. 23 मई को नोंग्रियाट में आरोपी मिले और वैसेडॉन्ग फॉल्स के पार्किंग लॉट में दोपहर 2:00 बजे राजा टॉयलेट गया, तभी तीनों आरोपियों ने उसकी हत्या कर दी. सोनम मौके पर थी. 2:18 बजे तक लाश खाई में फेंक दी गई. सोनम ने भी पति की लाश को खाई में फेंकने में मदद की.

हत्या के बाद सोनम बुर्का पहनकर भागी
हत्या के बाद सोनम ने अपना रेनकोट आकाश को दिया, जिसकी शर्ट पर खून था. चारों मर्डर स्पॉट से निकले. सोनम ने एक स्कूटी खुद चलाई. AD व्यू पॉइंट पर आकाश ने रेनकोट फेंका, फिर स्कूटी चलाई और सोनम पीछे बैठी. आनंद ने दूसरी स्कूटी चलाई. बाद में विशाल ने सोनम को बुर्का दिया, जो राज ने पहले से तैयार करवाया था. सोनम ने बुर्का पहनकर टैक्सी से गुवाहाटी पहुंची, फिर ISBT से सिलीगुड़ी (पश्चिम बंगाल), पटना, आरा, लखनऊ और अंत में बस से इंदौर पहुंची. वह 26 मई से 8 जून तक इंदौर में थी.

किडनैपिंग का नाटक और सरेंडर
एक गाइड ने पुलिस को बताया कि राजा और सोनम के साथ तीन लोग थे. यह खबर मीडिया में लीक होने पर राज ने सोनम को इंदौर छोड़कर सिलीगुड़ी जाकर किडनैपिंग की शिकार बनने का नाटक करने को कहा. 8 जून को सोनम इंदौर से निकलने वाली थी, लेकिन उसी दिन पुलिस ने एक आरोपी को उत्तर प्रदेश से पकड़ा. राज घबरा गया और सोनम को निर्देश दिया कि वह परिवार को फोन कर कहे कि उसे किडनैप किया गया था और वह बच निकली. इसके बाद सोनम ने 8 जून को गाजीपुर में सरेंडर कर दिया.

कोई सुपारी नहीं, दोस्ती में हत्या
SP ने साफ किया कि यह सुपारी किलिंग नहीं थी. राज ने अपने दोस्तों आकाश, विशाल और आनंद को हत्या के लिए तैयार किया. केवल 59 हजार रुपए खर्च के लिए दिए गए. पुलिस वित्तीय पहलू की जांच कर रही है, लेकिन यह प्रेम प्रसंग का मामला है. तीन बार हत्या की कोशिश विफल रही. चौथी बार वैसेडॉन्ग में हत्या कामयाब हुई.

सबूत और चार्जशीट का दावा
पुलिस के पास 48 सीसीटीवी फुटेज, खून से सनी शर्ट, रेनकोट, हत्या का हथियार, स्कूटर रेंटल रिकॉर्ड, और मोबाइल लोकेशन डेटा जैसे सबूत हैं. SP ने कहा कि 90 दिन में चार्जशीट दाखिल की जाएगी. आठ दिन की रिमांड में अभी पहली पूछताछ हुई है और जरूरत पड़ी तो और रिमांड ली जाएगी. जितेंद्र नामक किसी शख्स की कोई जानकारी नहीं है.

सोनम का प्लान: पीड़ित बनना
सोनम का इरादा था कि वह किडनैपिंग की शिकार बनकर सामने आए. वह उम्मीद कर रही थी कि राजा की लाश सड़ने से पहचानी नहीं जाएगी. लेकिन पुलिस की तेज जांच ने साजिश को बेनकाब कर दिया. SP ने कहा कि जल्द ही क्राइम सीन का रिक्रिएशन किया जाएगा.

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