अमेठी में एक महीने में 32 करोड़ की शराब गटक गए लोग, आबकारी नीति का बदलाव बना कारण

अमेठी: प्रदेश सरकार की आबकारी नीति में हुए बदलाव ने विभाग की बल्ले बल्ले करा दी. सहालग और आबकारी नीति का बदलाव का कारण रहा कि सिर्फ मई महीने में 32 करोड़ रुपए की शराब बिक गई. शराब बेचने में अमेठी प्रदेश में सातवें और मंडल में पहले स्थान पर है. मई महीने में विभाग को साढ़े 24 करोड़ का लक्ष्य मिला था जिसके सापेक्ष 32 करोड़ की शराब गटक गए लोग.

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दरअसल इसी वर्ष मार्च महीने में प्रदेश सरकार ने आबकारी नीति में बदलाव करते हुए अंग्रेजी शराब और बियर की दुकानों को कंपोजिट करते हुए एक कार दिया. जिसका कारण ये रहा है बियर की 43 दुकानें थी और अंग्रेजी शराब की 47 दुकानें थी जो अब बढ़कर 85 हो गई. कंपोजिट का नतीजा ये रहा कि लोगों को एक ही दुकान पर बियर और शराब दोनों मिलने लगी जिससे उन्हें सुलभता होने लगी. इसके साथ ही नही जगहों पर भी दुकाने खोली गई. मई महीने में जिले के आबकारी विभाग को 24.5 करोड़ रुपए का लक्ष्य मिला था. जिसके सापेक्ष अमेठी के आबकारी विभाग ने 32 करोड़ रुपए की शराब और बियर बेच डाली.

शराब बिक्री से आबकारी विभाग को बड़ी बढ़त को लेकर जिला आबकारी अधिकारी अखिलेश कुमार आर्य ने कहा कि इसकी मुख्य वजह आबकारी नीति में बदलाव और शादी का सीजन रहा. लोगों को एक ही दुकान पर बियर और अंग्रेजी शराब सुलभता से मिलने लगी. शराब बिक्री में अमेठी मंडल में पहले स्थान पर है जबकि सीएम डैशबोर्ड पर सातवें स्थान पर है. विभाग ने 130.63 प्रतिशत मई महीने में ज्यादा शराब बेची है.

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