केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी ने रॉबर्ट वाड्रा को जमीन घोटाले मामले में 10 जून को पूछताछ के लिए बुलाया था. इसके लिए ईडी की तरफ से समन भी जारी किया गया था. हालांकि इस पूछताछ में रॉबर्ट वाड्रा शामिल नहीं हुए थे. इसके पीछे की वजह उन्होंने अपने स्वास्थ्य को बताया था. उन्होंने कोविड का हवाला दिया था. तभी से सवाल उठ रहे थे कि जांच से बचने के लिए वाड्रा ने कोविड का बहाना दिया है. अब पूरे मामले में वाड्रा के वकील की तरफ से सफाई सामने आई है.
रॉबर्ट वाड्रा के वकील ने मीडिया रिपोर्टों का खंडन किया है जिसमें कहा गया है कि वाड्रा ईडी के समन से बच रहे हैं. वकील ने कहा कि वाड्रा ने पिछले दस सालों से ईडी के सभी समन और सूचनाओं का पालन कर रहे हैं.
उन्होंने आगे कहा कि हाल ही में, बीमारी के कारण उन्होंने 10 जून को होने वाली सुनवाई में शामिल होने में असमर्थता जताई थी. उन्होंने ईडी को आश्वस्त किया है कि वे जल्द ही उपस्थित होंगे. वाड्रा ने बारे में ईडी को मेल कर अगली तारीख पर पूछताछ में शामिल होने को कहा है.
पूछताछ में शामिल न होने पर क्या बोले वाड्रा?
रॉबर्ट वाड्रा की 10 जून को ईडी कार्यालय में पेशी होनी थी, इस दौरान उनसे पूछताछ होनी थी. जो कि पहले से तय थी. हालांकि उन्होंने इस पूछताछ में शामिल होने से इंकार कर दिया. इसके पीछे की वजह उन्होंने अपने स्वास्थ्य कारणों को बताया था. उन्होंने कहा कि 8-9 तारीख को तबीयत ठीक न होने के कारण डॉक्टर चेकअप कराया था, जिसमें डॉक्टर की तरफ से कोविड का टेस्ट कराने की बात कही गई थी. यही कारण है कि मैं इस पूछताछ में शामिल नहीं हो पाऊंगा. कोविड टेस्ट कराने की सलाह पीएमओ की तरफ से कई संस्थाओं को दी गई है. डॉक्टरों की मंजूरी मिलने के बाद पूछताछ के लिए शामिल होने के लिए तैयार हैं.
वीडियो कांफ्रेंस में लड़ने की कही बात
रॉबर्ट वाड्रा ने अपने जवाब में यह भी कहा कि अगर ईडी को तुरंत कार्यवाही करना जरूरी लगे तो वे वर्चुअल रूप से कार्यवाही में शामिल होने के लिए तैयार हैं. जवाब में कहा गया कि वाड्रा इस महीने के अंत में अपनी बेटी के कॉलेज ग्रेजुएशन समारोह में भाग लेने के लिए विदेश यात्रा पर जाने वाले हैं. उन्होंने कहा कि ईडी के हर आदेश के बाद वो हाजिर हुए हैं और आगे भी होते रहेंगे.
क्या है पूरा मामला?
संजय भंडारी के मामले में रॉबर्ट वाड्रा पर आरोप है. भंडारी साल 2016 में भारत से भाग गया था और फिलहाल वो यूनाइटेड किंगडम में रहता है, कथित तौर पर रॉबर्ट वाड्रा का करीबी सहयोगी है. ईडी के आरोप के मुताबिक, संजय भंडारी के पास करोड़ों की अघोषित विदेशी आय और संपत्तियां हैं, जिनमें नंबर 12 ब्रायनस्टन स्क्वायर, लंदन और 6 ग्रोसवेनर हिल कोर्ट, लंदन की संपत्तियां शामिल हैं. रॉबर्ट वाड्रा ने न सिर्फ सुमित चड्ढा के जरिए से लंदन के 12 ब्रायनस्टन स्क्वायर में उपरोक्त संपत्ति का रिनोवेशन किया, बल्कि उसी में रहे भी.