12 जून 2025 भारतीय जनमानस के इतिहास में एक गमगीन दिन के तौर पर अब दर्ज हो चुका है. इस दिन दोपहर एक बजे तक सबकुछ शांत, सामन्य था. पर दो बजे के बाद अहमदाबाद विमान हादसे की जैसे ही खबर आई, लोग शोक की लहर में डूब गए. इस विमान हादसे में एक ब्रिटिश नागरिक के अलावा कोई नहीं बच सका. गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता विजय रुपाणी भी इस फ्लाइट में मौजूद होने के कारण नहीं बच सके.
विजय रुपाणी के बारे में हम जानते हैं कि वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से पहले अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और फिर जनसंघ, भाजपा और गुजरात सरकार में अहम भूमिका निभा चुके हैं. विजय रुपाणी के परिवार के साथ इस तरह का असामयिक हादसा पहले भी हो चुका था. तब उनके बेटे की एक कार दुर्घटना में मौत हो गई थी. विजय रुपाणी के बेटे का नाम पुनीत रुपाणी था, जिनकी याद में पुनीत रुपाणी मेमोरियल ट्रस्ट चलता है.
क्या करता है पुनीत मेमोरियल ट्रस्ट
पुनीत रुपाणी मेमोरियल ट्रस्ट की स्थापना राजकोट में 1994 में हुई थी. इस ट्रस्ट की स्थापना विजय रुपाणी और आनंदीबेन पटेल के नेतृत्व में हुई थी. इस ट्रस्ट के अंतर्गत आज की तारीख में 13 प्रोजेक्ट चल रहे हैं. ट्रस्ट का मकसद हाशिये पर पड़े और आर्थिक तौर पर कमजोर महिलाओं, बच्चों को सशक्त करना और उनकी बेहतरी के लिए काम करना है. राजकोट जिले में मौजूद 8 आर्थिक तौर पर कमजोर इलाकों में ट्रस्ट काम करता है.
ट्रस्ट पूरी तरह से एक गैर-सरकारी संगठन (एनजीओ) के रूप में काम करता है.ट्रस्ट का लक्ष्य राजकोट के हर वंचित बच्चे को खिलौनों से खेलने और सफल करियर बनाने का मौका देना है.ट्रस्ट राजकोट के हर वंचित व्यक्ति को चिकित्सा सेवाएँ और नौकरी के अवसर प्रदान करने का प्रयास करता है.ट्रस्ट हर महीने रियायती दरों पर चिकित्सा शिविर आयोजित करता है. इसके अलावा,ट्रस्ट दुनिया भर के धर्मार्थ व्यक्तियों, संतों और नेताओं से जुड़ा हुआ है.