ग्वालियर। शहर में शुक्रवार शाम को आई तेज आंधी और बारिश ने एक दर्दनाक हादसे को जन्म दे दिया। बहोड़ापुर थाना क्षेत्र के शंकरपुर इलाके में एक दो मंजिला अधूरा मकान आंधी का शिकार हो गया।
मकान की बिना छत की दीवारें तेज हवा में भरभराकर ढह गईं और बगल के प्लॉट में बने टीनशेड पर जा गिरीं। उस वक्त टीनशेड के नीचे पांच लोग बारिश से बचने के लिए बैठे हुए थे। हादसे में मकान मालिक सहित चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया।
हवा का दबाव नहीं सह सकीं अधूरी दीवारें
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, शुक्रवार शाम लगभग पांच बजे तेज बारिश और आंधी शुरू हुई। इस दौरान बिजली चमकने के कुछ ही देर बाद शंकरपुर निवासी महेंद्र इंग्ले के अधूरे दो मंजिला मकान की दूसरी मंजिल की पतली दीवारें ढह गईं। मकान की छत अभी नहीं डाली गई थी। हवा का दबाव इतना ज्यादा था कि एक के बाद एक तीन दीवारें ढह गईं।
मकान के ठीक बगल में खाली प्लॉट पर महेंद्र इंग्ले ने टीनशेड लगा रखा था। बारिश से बचने के लिए पांच लोग इस टीनशेड के नीचे बैठे हुए थे। जब मकान की दीवारें गिरीं तो पूरा मलबा सीधे टीनशेड पर गिरा। टीनशेड में लगे लोहे के एंगल टूटकर लोगों के ऊपर जा गिरे।
मलबे में दबने से चीख-पुकार मच गई। लगभग आधे घंटे तक लोगों को बाहर निकालने की कोशिशें जारी रहीं। पुलिस और स्थानीय लोगों की मदद से सभी को अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने चार लोगों को मृत घोषित कर दिया।
पुलिस की प्रारंभिक जांच जारी
बहोड़ापुर थाना प्रभारी जितेंद्र सिंह तोमर ने बताया कि मकान की दूसरी मंजिल पर दीवारें खड़ी थीं, लेकिन उन पर छत नहीं डली थी। बगल के प्लॉट में लगे टीनशेड पर ये दीवारें गिर गईं। घटना में चार लोगों की मौत और एक गंभीर रूप से घायल हुआ है। मामला जांच में लिया गया है।