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Ahmedabad Plane Crash: चाय की टपरी पर सोया था बेटा, विमान गिरा तो आग की चपेट में आकर हुई मौत, बचाने दौड़ी मां भी झुलसी

अहमदाबाद के मेघाणीनगर में सड़क किनारे चाय की टपरी चलाने वाली महिला का बेटा भी प्लेन क्रैश की चपेट में आ गया. महिला का 16 साल का बेटा टपरी पर सो रहा था. वहीं महिला चाय बना रही थी. उसी दौरान अचानक विमान हादसे का शिकार हो गया. विमान गिरा तो धमाके के साथ आग लग गई. आग ने बेटे की जान ले ली और मां को बुरी तरह झुलसा दिया. महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है.

जानकारी के अनुसार, यह हादसा मेघाणीनगर इलाके में हुआ. यहां सीताबेन नाम की महिला एक चाय की टपरी चलाती है. सीताबेन का बेटा 16 वर्षीय आकाश भी चाय की टपरी पर था. दोपहर का समय था, ग्राहक कम थे, इसलिए आकाश वहीं पर चाय की टपरी के पास ही लेट गया और सो गया, उसी दौरान एअर इंडिया का विमान अचानक हादसे का शिकार हो गया और जोरदार धमाके के साथ इलाके में आ गिरा. विमान के गिरने के साथ ही आग लग गई.

धमाका इतना तेज था कि आसपास की दुकानों और टपरियों में आग फैल गई. चाय की टपरी पर धमाके की चपेट में 16 साल का आकाश आ गया, जो उस वक्त सो रहा था. आग लगने से वह बुरी तरह से जल गया. उसकी मां सीताबेन ने देखा तो तुरंत अपने बेटे को बचाने की कोशिश की, लेकिन आग की लपटों ने उन्हें भी चपेट में ले लिया.

इस घटना की जानकारी मिलते ही सीताबेन के परिवार के लोग भी मौके पर पहुंच गए. सीताबेन और आकाश दोनों को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने आकाश को मृत घोषित कर दिया. वहीं आकाश की मां सीताबेन की हालत गंभीर है, अस्पताल में उनका इलाज जारी है. आकाश की चाची काजल ने बताया कि 16 साल का आकाश आग में जल गया था, जिसमें उसकी जान चली गई. प्लेन क्रैश में उसकी मौत ने पूरे परिवार को तोड़ दिया है. इलाके में शोक और सन्नाटा पसरा है.

गुरुवार की दोपहर हुआ था भयानक विमान हादसा

बता दें कि गुरुवार की दोपहर 1.39 बजे एअर इंडिया विमान हादसे ने पूरी दुनिया को झकझोर कर रख दिया है. इसमें 265 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई. एअर इंडिया का विमान ऐसा ब्लास्ट हुआ कि शवों को पहचानना मुश्किल है. उड़ान भरने के चंद मिनटों बाद ही विमान क्रैश हो गया और मेघानी नगर में पहले बीजे मेडिकल कॉलेज की मेस बिल्डिंग से टकरा गया, इसके बाद अतुल्यम हॉस्टल से टकराया और विमान आग के गोले में तब्दील हो गया. चारों तरफ धुआं और मलबा बिखर गया. चीख पुकार मच गई. विमान में कुल 242 लोग सवार थे. इसमें 12 क्रू मेंबर्स और 230 यात्री थे.

विमान में भरा था एक लाख लीटर फ्यूल

विमान में इतना ज्यादा फ्यूल था कि ये एक उड़ता हुआ आग का गोला बन गया था. ये बोइंग का 787-8 ड्रीमलाइनर विमान था, जिसे डायरेक्ट अहमदाबाद से लंदन के गैटविक एयरपोर्ट जाना था. ये फ्लाइट 9 घंटे 45 मिनट की थी. इस दौरान इस विमान को 6800 किलोमीटर की दूरी तय करनी थी. इसीलिए इस विमान में पूरा फ्यूल था.

जानकारी के मुताबिक, इस विमान की टोटल फ्यूल कैपेसिटी 1 लाख 26 हजार लीटर की है. इसे लंदन तक यात्रा करने के लिए करीब 55 हजार लीटर फ्यूल की जरूरत थी. कोई भी विमान जरूरत से ज्यादा फ्यूल लेकर उड़ता है, क्योंकि इमरजेंसी कहीं भी आ सकती है. कई बार ऐसा होता है कि किसी भी कारण से विमान को लैंडिंग की परमिशन नहीं मिलती है, इसलिए विमान को हवा में ही वक्त गुजारना होता है. इसी वजह से विमान अपनी जरूरत से ज्यादा फ्यूल लेकर चलता है.

हादसे के 28 घंटे बाद बरामद हुआ ब्लैक बॉक्स

एअर इंडिया विमान का ब्लैक बॉक्स हादसे के 28 घंटे बाद बरामद हो गया है. अब इसके डेटा को ऐनालिसिस किया जाएगा और ये पता लगाया जाएगा कि हादसे की वजह क्या थी. वहीं, DGCA ने भारतीय एयरलाइन कंपनियों को सेफ्टी जांच बढ़ाने के सख्त निर्देश जारी किए हैं. इनमें भी खासतौर से जिन एअरलाइन कंपनियों के पास बोइंग 787 हैं, उनको ज्यादा ध्यान देने के लिए कहा गया है. बता दें कि Black Box के अंदर कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (CVR) और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (FDR) होता है. CVR में पायलट, को-पायलट, क्रू मेंबर्स और एअर ट्रैफिक कंट्रोलर से हुई बातचीत रिकॉर्ड होती है. वहीं FDR में विमान की गति, ऊंचाई, दिशा, इंजन का व्यवहार और विमान में फ्यूल के स्तर से जुड़ी जानकारी रिकॉर्ड होती है.

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