छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में सास के ताने से तंग आकर बहू ने हंसिया से 14 बार वार कर उसकी बेरहमी से हत्या कर दी। हत्या के बाद महिला ने पड़ोसियों को बताया कि सास ने खुद पर हमला किया है। लेकिन जब पुलिस ने घटनास्थल की फॉरेंसिक जांच की और सीसीटीवी फुटेज खंगाले, साथ ही महिला के हाथ में चोट के निशान देखे, तो सच्चाई सामने आ गई।
इसके बाद पुलिस ने आरोपी महिला को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने जुर्म कबूल कर लिया। आरोपी महिला ने बताया कि उसकी सास अक्सर उसे बांझ कहकर ताने मारती थी और घर से निकालने की धमकी देती थी। इससे परेशान होकर अपनी सास को मार डाला। यह घटना बालोद के ग्राम बघमरा की है।
मामा के घर बीता बचपन
आरोपी महिला खिलेश्वरी देवांगन का जन्म सिहावा क्षेत्र के ग्राम बेलर में हुआ। खिलेश्वरी जब गर्भ में पल रही थी, तब पिता भारत देवांगन ने उनकी मां राधा देवांगन को अपने से अलग कर लिया। इसके बाद उसका बचपन मामा महादेव देवांगन के घर गुजरा। मां की भी कम उम्र में मौत हो गई। आठवीं तक पढ़ी, लेकिन ज्यादातर समय खेती-किसानी में बीता।
18 साल की उम्र में हुई शादी
18 अप्रैल 2017 को बालोद जिले के ग्राम बघमरा में टिकेंद्र देवांगन से उसका विवाह हुआ। उसे उम्मीद थी कि ससुराल में मां-बाप का प्यार मिलेगा। लेकिन बच्चा नहीं होने से यहां भी उसे अपनापन नहीं मिला। शादी के बाद उसकी गोद नहीं भर पाई। इसी बात को लेकर घर में विवाद होते रहे।
सास आरोपी महिला को आए दिन बांझ कहकर ताने मारती थी। कई बार झगड़े इतने बढ़े कि मामला सामाजिक बैठक तक पहुंच गया।
तनाव से पति-पत्नी के रिश्तों में आई खटास
चिड़चिड़े स्वभाव और तनाव के कारण पति-पत्नी के रिश्तों में खटास आ गई। एक बार उसे मायके भेजा गया। लेकिन मामा ने समझाकर फिर ससुराल भेज दिया। दो साल पहले सामाजिक बैठक में पति-पत्नी के अलग रहने का मामला सामने आया था। लेकिन सुलह के बाद दोनों आपस में रहने को राजी हुए थे। हालांकि, रिश्तों में फिर भी दूरियां बनी रहीं।
अब जानिए, हत्या वाले दिन क्या हुआ…?
बालोद पुलिस के अनुसार, हत्या 10 जून को हुई। इसी दिन मृतिका गीता देवांगन के बेटे और खिलेश्वरी के पति टिकेंद्र का जन्मदिन भी था। इसलिए टिकेंद्र एक दिन पहले ही अपना जन्मदिन मनाने विशाखापट्टनम चला गया था। खिलेश्वरी के ससुर सोनू देवांगन सुबह 9.30 बजे अपनी बेटी सीमा देवांगन के यहां देवरी गए थे। इसी दौरान सास गीता और बहू खिलेश्वरी के बीच बहस हुई।
दोपहर 12.30 बजे बहस के दौरान जब गीता ने खिलेश्वरी को घर से निकलने का ताना मारते हुए “बांझ” कहा, तो खिलेश्वरी किचन में रखा हंसिया ले आई और पहले गीता के पैर पर हमला कर दिया। इसके बाद गले पर, और जब वह नीचे गिर कर पीछे मुड़ी तो पीठ पर, फिर बिना रुके 14 बार सिर, गले और चेहरे पर तब तक वार करती रही जब तक सास की मौत नहीं हो गई।
करीब 1 बजे वह घर से बाहर निकली और गुड़ाखू करते हुए मोहल्ले के बाहर देखने लगी। फिर दोपहर 2.40 बजे घर से निकल कर पड़ोसियों के यहां पहुंची और कहने लगी कि सास ने खुद के ऊपर हंसिया से हमला कर लिया है। इसके बाद देर शाम तक फॉरेंसिक और पुलिस की टीम मौके पर जांच में जुटी रही।
हाथ में जख्म और सीसीटीवी ने खोला राज
एएसपी मोनिका ठाकुर ने मौके पर पहुंच कर जब सीसीटीवी फुटेज की जांच की और महिला के हाथ में जख्म देखे, तो हत्या का राज खुल गया। पुलिस ने आरोपी महिला को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने जुर्म कबूल कर लिया।
उसने बताया कि सास हर महीने पूछती थी- पेट में बच्चा ठहरा या नहीं? फिर ताना देती – तू बांझ है, तेरे जैसी औरत ने मेरे घर को बर्बाद कर दिया। तेरे आने से मेरा वंश आगे नहीं बढ़ रहा… तू घर से जाएगी तो मैं दूसरी बहू लाऊंगी।
इन तानों से तंग आकर उसका गुस्सा फूट पड़ा और उसने हंसिया से अपनी सास को तड़पा-तड़पा कर मौत के घाट उतार दिया। पुलिस ने महिला पर हत्या की धारा बीएनएस 103 के तहत मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की गई।
थाने में बोली– एक बार पति से मिलवा दो
पुलिस के अनुसार जब तक जांच चलती रही, आरोपी बहू बार-बार अपने पति से मिलने की जिद करती रही। इसी वजह से उसने कई बार खाना तक नहीं खाया। फिलहाल महिला के खिलाफ हत्या का अपराध दर्ज कर उसे दुर्ग जेल भेज दिया गया है।
मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी, कान से भी कम सुनती थी – ससुर का बयान
ससुर सोनू देवांगन ने बालोद पुलिस को दिए शुरुआती बयान में बताया कि बहू का स्वभाव शुरू से ही चिड़चिड़ा था। कान से कम सुनती थी और मानसिक असंतुलन के चलते वह अक्सर छोटी-छोटी बातों पर विवाद कर बैठती थी। यही कारण रहा कि घर में आए दिन विवाद होते रहे।
बांझ कहने से थी आहत, सास को मार डाला – एसडीओपी
एसडीओपी देवांश सिंह राठौर ने बताया कि आरोपी महिला खिलेश्वरी देवांगन को संतान नहीं थी। जिस वजह से उसका सास के साथ अक्सर विवाद होता था। शुरुआती जांच में सामने आया है कि मृतिका गीता बाई अपने बेटे को बहू को छोड़ने के लिए दबाव डाल रही थी।
घटना वाले दिन भी सास ने “बांझ” कहकर ताना मारा। जिससे परेशान होकर महिला ने गुस्से में आकर हंसिये से हत्या कर दी। पुलिस ने महिला के खिलाफ हत्या का अपराध दर्ज कर उसे न्यायालय में पेश किया। जहां से उसे जेल भेज दिया गया।